कौन है देहरादून में 'प्यारी पहाड़न', जिसके दीवानों की कमी नहीं, विवाद हुआ तो समर्थन में उतरे पूर्व सीएम हरीश रावत भी
Pahadi Food in Dehradun देहरादून के इस रेस्टोरेंट के नाम पर खूब विवाद हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) सहित कई नेता इस रेस्टोरेंट के समर्थन में आ गए थे। रेस्टोरेंट के नाम को संस्कृति और पहाड़ी महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया जा रहा था।
टीम जागरण, देहरादून: Pahadi Food in Dehradun : पहाड़ी संस्कृति और खानपान (Pahadi Food) को बढ़ावा देने को देहरादून में खुले इस रेस्टोरेंट के नाम पर काफी विवाद हुआ था। मामला इतना बढ़ गया था कि इंटरनेट मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) सहित कई नेता इस रेस्टोरेंट के समर्थन में आ गए थे। आइए जानते हैं इस रेस्टोरेंट के बारे में...
- पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक फरवरी 2021 को देहरादून के कारगी चौक पर प्रीति मेंदोलिया ने ‘प्यारी पहाड़न’ (Pyari Pahadan) नाम से एक रेस्टोरेंट खोला।
- खुलते ही रेस्टोरेंट के नाम पर विवाद हो गया। रेस्टोरेंट के नाम को उत्तराखंड की संस्कृति और पहाड़ी महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया गया।
- मामला तब ज्यादा बढ़ गया जब रेस्टोरेंट की संचालिका प्रीति मेंदोलिया को धमकाया गया और रेस्टोरेंट का नाम बदलने पर दबाव बनाया गया।
- ‘प्यारी पहाड़न’ (Pyari Pahadan) नाम पर विवाद और समर्थन के चलते यह मामला कई दिन इंटरनेट मीडिया पर छाया रहा।
- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी यहां पहुंचे और उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन का लुत्फ उठाया।
- जिसके बाद हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रीति मेंदोलिया को आशीर्वाद दिया और देहरादून के लोगों से एक बार परिवार के साथ इस रेस्टोरेंट में आने की अपील भी की।
- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी इस रेस्टोरेंट का समर्थन किया। किशोर उपाध्याय ने इंटनेट मीडिया के माध्यम से प्रीति को बधाई दी और आगे बढ़ने के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
- नेता रविंद्र भी प्यारी पहाड़न रेस्टोरेंट पहुंचे और संचालक प्रीति मेंदोलिया से मिले और वहां का पारंपरिक खाना खाया। उन्होंने कहा कि वह उनके साथ हैं।
- रेस्टोरेंट संचालिका को पीटने और जान से मारने की धमकी के मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने तीन व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। वहीं एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया गया था।
- कुछ महिलाएं भी रेस्टोंरेट में पहुंची और ‘प्यारी पहाड़न’(Pyari Pahadan) नाम को मातृशक्ति और पहाड़ी महिलाओं का अपमान बताया था।
- विरोध करने वाली महिलाओं का कहना था कि पहाड़न शब्द पहाड़ी महिलाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ‘प्यारी पहाड़न’ शीर्षक आपत्तिजनक है।
मिला था ‘प्यारी पहाड़न’ (Pyari Pahadan) को भरपूर समर्थन
वहीं कुछ लोग इस रेस्टोरेंट के समर्थन में भी उतर आए थे। उनका कहना था कि पहाड़, पहाड़ी या फिर पहाड़न हमारी पहचान को दिखाता है।
प्यारी पहाड़न हमारे उत्तराखंड की सुंदरता और यहां की विशेषता को दर्शाता है। इसमें किसी तरह का विरोध करने जैसी कोई बात नहीं है। अगर उत्तराखंड में इस नाम से रेस्टोरेंट नहीं खुलेंगे तो और कहां खुलेंगे।