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यूजेवीएनएल में हुई नियुक्तियों की जांच के आदेश

विकासनगर जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बताया कि यूजेवीएनएल में हुई नियुक्तियों की जांच के आदेश राजभ्वन ने दिए हैं। इसके लिए मोर्चा ने मांग की थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 09:56 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 05:06 AM (IST)
यूजेवीएनएल में हुई नियुक्तियों की जांच के आदेश
यूजेवीएनएल में हुई नियुक्तियों की जांच के आदेश

जागरण संवाददाता, विकासनगर: जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्ष 2002 व 2003 में उत्तरांचल जल विद्युत निगम लिमिटेड ने बगैर किसी औपचारिकता पूर्ण किए सात व्यक्तियों को रातों रात अवर अभियंता बना दिया गया था। इस पूरे प्रकरण में आश्चर्यजनक है कि यूपीसीएल ने वर्ष 2001 में अवर अभियंता के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इस प्रक्रिया में शामिल पांच व्यक्तियों, जो कि अंतिम चयन प्रक्रिया में अनुत्तीर्ण हो गए थे। उनको यूजेवीएनएल ने नियुक्तियां प्रदान कर दी, तथा दो अन्य व्यक्तियों को संविदागत नियुक्ति प्रदान की गई थी। जिसका यूजेवीएनएल से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था। उक्त मामले में मोर्चा ने राजभवन से जांच की मांग की थी। जिसके क्रम में राजभवन ने 30 सितंबर को सचिव ऊर्जा को जांच के निर्देश दिए गए थे। मोर्चा अध्यक्ष नेगी ने कहा कि अभियंताओं और अधिकारियों तथा विभाग से सांठगांठ कर इन 17-18 वर्षों में सहायक अभियंता, अधिशासी अभियंता व अधीक्षण अभियंता के पदों पर पदोन्नति भी हासिल कर ली थी।

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