नौकरी के नाम पर युवाओं को मिले घोटाले: हरीश रावत
नौकरी के नाम पर युवाओं को मिले घोटाले हरीश रावत
नौकरी के नाम पर युवाओं को मिले घोटाले: हरीश रावत
संवाद सहयोगी, डोईवाला : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को सरकार से सिर्फ घोटाले मिले हैं, लेकिन नौकरियां नहीं मिली। उन्होंने कहा कि हर भर्तियां होने से पूर्व ही उसका पेपर लीक हो रहा है जिससे प्रदेश का युवा खुद को ठगा महसूस कर रहा है।
सोमवार को जौलीग्रांट में अस्वस्थ चल रहे कांग्रेसी नेता मनोज नौटियाल की कुशलक्षेम पूछने उनके आवास पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। आम आदमी का जीना दूभर होता जा रहा है। पूर्व में केवल ब्रांडेड सामान पर ही टैक्स लगा करता था। लेकिन सरकार अब दूध दही पर भी टैक्स लगाने पर उतारू हो गई है। महंगाई बढ़ने पर सरकार यूक्रेन में युद्ध होने का असर बता रही है। परंतु इससे पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान भी ऐसी हालात आए लेकिन सरकार ने महंगाई नहीं बढ़ाई। अगर कोई एक वस्तु महंगाई होती थी तो अन्य वस्तुओं के दाम नियंत्रण में रहते थे। मगर वर्तमान सरकार का महंगाई पर नियंत्रण नहीं है। जो सरकार की विफलता है। उन्होंने गन्ना क्रय केंद्र बंद करने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह सरकार लगातार किसानों का भी उत्पीड़न कर रही है। इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, ईश्वर पाल, अनिल सैनी, इंद्रजीत सिंह, करतार सिंह नेगी, पूर्व प्रधान गोविंद सिंह, मोहित पाल आदि मौजूद रहे।