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निकाय चुनाव: तो दून में सिर्फ रजनी रावत कर रहीं हैं प्रचार

मैडम रजनी रावत ने बाकायदा प्रचार अभियान की अनुमति ली है, जबकि शेष प्रत्याशी अनुमति लेने से बच रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 01:33 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 03:51 PM (IST)
निकाय चुनाव: तो दून में सिर्फ रजनी रावत कर रहीं हैं प्रचार
निकाय चुनाव: तो दून में सिर्फ रजनी रावत कर रहीं हैं प्रचार

देहरादून, [जेएनएन]: तो क्या देहरादून नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए सिर्फ आम आदमी पार्टी प्रत्याशी मैडम रजनी रावत ही प्रचार कर रही हैं। धरातल में ऐसा बिल्कुल भी नहीं और खासकर पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार की भी शहरभर में धूम है। यह बात और है कि मैडम रजनी रावत ने बाकायदा प्रचार अभियान की अनुमति ली है, जबकि शेष प्रत्याशी अनुमति लेने से बच रहे हैं। 

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भाजपा प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा ने सिर्फ नामांकन रैली और चुनाव कार्यालय खोलने की ही अनुमति मांगी है, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल के नाम पर अब तक एक भी अनुमति निर्वाचन व्यय कार्यालय के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।

रजनी रावत ने पांच प्रचार वाहनों के लिए 24 अक्टूबर से 16 नवंबर तक की अनुमति मांग ली है। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न प्रचार सामग्री के 11 हजार नग की अनुमति भी अलग से मांगी है। कार्यालय खोलने की अनुमति भी उनके नाम पर दर्ज है। मान्यता प्राप्त पार्टियों से इतर उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी विजय कुमार बौड़ाई ने नामांकन के दिन के साथ ही प्रचार सामग्री की भी अनुमति ली है। वहीं, निर्दलीय महापौर प्रत्याशी जगमोहन मेंदीरत्ता, विजय जंगवान ने भी अनुमति ली है। जबकि अन्य प्रत्याशी अनुमति के मामले में सीन से गायब नजर आ रहे हैं।

मेंदीरत्ता निजी वाहन से कर रहे प्रचार

निर्दलीय प्रत्याशी जगमोहन मेंदीरत्ता ने प्रचार के लिए अपनी निजी सैंट्रो कार की अनुमति प्राप्त की है। वहीं, रिकॉर्ड के अनुसार भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी किसी भी वाहन से प्रचार नहीं कर रहे हैं।

रजनी रावत की अनुमति का विवरण

  • दो टाटा एसीई, एक अर्टिगा, एक पिकअप व एक मैक्स वाहन।
  • 18 गुणा 22 आकार के तीन हजार पेपर पोस्टर, 08 गुणा 05 आकार के पांच हजार विजिटिंग कार्ड, 09 गुणा 07 आकार के एक हजार स्टीकर, 06 गुणा 06 आकार के अन्य स्टीकर।

अरविंद कुमार पांडेय (रिर्टनिंग अधिकारी महापौर प्रत्याशी व अपर जिलाधिकारी, प्रशासन) का कहना है कि जो भी अनुमति मांगी जा रही है, उसका विवरण तुरंत निर्वाचन व्यय कार्यालय को भेजा जा रहा है। इसके अलावा बिना अनुमति प्रचार पर शिकायत के अलावा स्वत: संज्ञान भी लिया जा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी प्रत्याशी को नियमों के उल्लंघन का नोटिस जारी नहीं किया गया है।

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