उत्तराखंड में सात लाख बेरोजगार, भत्ता सिर्फ 32 हजार को
सेवायोजन कार्यालयों में शिक्षित बेरोजगार 7 लाख से ज्यादा पंजीकृत हैं पर इनमें से सिर्फ 32236 को ही रोजगार सह कौशल विकास भत्ता मिल पाया है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। सरकार भले ही इस वर्ष को रोजगार वर्ष के रूप में मना रही हो, लेकिन प्रदेश में बेरोजगारों को राहत देने के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। प्रदेश के सेवायोजन कार्यालयों में शिक्षित बेरोजगार तो 7.76 लाख पंजीकृत हैं, लेकिन सात साल के वक्फे में इनमें से सिर्फ 32236 को ही रोजगार सह कौशल विकास भत्ता मिल पाया है।
सेवायोजन कार्यालयों में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों को राहत प्रदान करने के मकसद से वर्ष 2012 में रोजगार सह कौशल विकास भत्ता देने का निर्णय लिया गया। इसके तहत इंटर पास को साढ़े सात सौ रुपये, स्नातक को एक हजार और स्नातकोत्तर को डेढ़ हजार रुपये बतौर भत्ता दिया जाना स्वीकृत किया गया। बेरोजगारों को राहत देने की इस मुहिम की रफ्तार बेहद धीमी है। हाल में विधायक देशराज कर्णवाल ने विधानसभा में यह मामला उठाया था। सरकार की ओर से उन्हें दिया गया उत्तर चौंकाने वाला है।
बताया गया कि 2012 से अब तक 32236 बेरोजगारों को ही यह भत्ता दिया गया है। नैनीताल जिले में सर्वाधिक साढ़े चार हजार से ज्यादा युवाओं को यह भत्ता मिला, जबकि चमोली में सबसे कम 877 को। उधर, कौशल विकास मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि अब कौशल विकास पर फोकस किया जा रहा है। इसके तहत युवाओं को स्वरोजगारपरक प्रशिक्षण देने के साथ ही प्रशिक्षण अवधि के लिए स्टाइपेंड देने का प्राविधान है। इस मुहिम में तेजी लाई जाएगी।
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इन बेरोजगारों को मिला भत्ता
जिला, संख्या
नैनीताल, 4558
उत्तरकाशी, 4111
देहरादून, 4041
पिथौरागढ़, 3967
ऊधमसिंहनगर, 3960
टिहरी, 2226
हरिद्वार, 1991
रुद्रप्रयाग, 1667
अल्मोड़ा, 1512
पौड़ी, 1208
चंपावत, 1150
बागेश्वर, 938
चमोली, 877
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