ऑनलाइन हुईं प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं
प्रदेश में अब मरीज किसी भी स्थान से अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकेंगे। इतना ही नहीं ब्लड बैंकों में रक्त व अस्पतालों में दवा की उपलब्धता की जानकारी भी ऑनलाइन मिल सकेंगी। साथ में सरकार व अधिकारी भी इस पर नजर रख सकेंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में अब मरीज किसी भी स्थान से अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकेंगे। इतना ही नहीं ब्लड बैंकों में रक्त व अस्पतालों में दवा की उपलब्धता की जानकारी भी ऑनलाइन मिल सकेंगी। साथ में सरकार व अधिकारी भी इस पर नजर रख सकेंगे। शनिवार को इन सभी स्वास्थ्य सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 'ई हेल्थ सेवा डैशबोर्ड' का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने और आमजन तक सरलता से चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने को आइटी का प्रयोग किया जा रहा है। विगत डेढ़ वर्षो में स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता, अनुशासन व कर्तव्यों के प्रति अच्छे प्रयास हुए हैं।
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित ई- हेल्थ सेवा डैशबोर्ड का शुभारंभ किया गया। बताया गया कि इसके माध्यम से ई-पर्ची, ई-रक्तकोष, ई-औषधि, ई-हेल्थ सेंटर और टेलीमेडिसन की सुविधाओं की जानकारी आम जन को आसानी से मिल सकेगी। मुख्यमंत्री कार्यालय, प्रशासन व स्वास्थ्य महानिदेशालय अस्पतालों की निरंतर मॉनिट¨रग कर पाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में अच्छी सुविधाओं व डॉक्टर व नर्सो की पर्याप्त उपलब्धता के साथ ही अच्छा वातावरण बनाने के प्रयास होने चाहिए।
इसके साथ ही कार्यक्रम में उत्तराखंड हेल्थ डेवलपमेंट परियोजना के अंतर्गत जिला अस्पताल टिहरी, दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट, जॉलीग्रांट के साथ करार किया गया। इसके तहत हिमालयन इंस्टीट्यूट, जिला चिकित्सालय टिहरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बालेश्वर तथा देवप्रयाग एवं तीन सचल चिकित्सा वाहन के संचालन का अनुबंध किया गया। अनुबंध के अनुसार दो माह के भीतर इन अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन हिमालयन इंस्टीट्यूट को दे दिया जाएगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव नितेश झा, उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट परियोजना निदेशक युगल किशोर पंत, अपर परियोजना अधिकारी डॉ. प्रेमलाल तथा हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट के अध्यक्षीय बोर्ड के सदस्य विजय धस्माना व एम.मुत्थु माधवन उपस्थित थे।