वन रैंक-वन पेंशन की मांग अब भी अधूरी: मेजर जनरल सतबीर सिंह
इंडियन एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के अध्यक्ष मेजर जनरल सेनि सतबीर सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन को लेकर फौजियों के साथ धोखा किया है।
देहरादून, जेएनएन। इंडियन एक्स सर्विसमैन मूवमेंट के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेनि) सतबीर सिंह ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन को लेकर फौजियों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक 1331 दिन से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। पर सरकार ने असल में वन रैंक-वन पेंशन लागू करने के बजाए केवल वन टाइम पेंशन में बढ़ोत्तरी कर दी।
रविवार को गढ़ी कैंट स्थित गोरखाली सुधार सभा में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और आश्रितों की सभा आयोजित की गई। जनरल सतबीर ने कहा कि केंद्र सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन की परिभाषा ही बदल दी है। प्रधानमंत्री मोदी हम सबको गुमराह कर रहे हैं। वन रैंक-वन पेंशन की तमाम विसंगतियां जल्द दूर की जानी चाहिए।
जंतर मंतर पर पुलिस द्वारा पूर्व सैनिकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर भी उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। जनरल सतबीर ने ईएसएम अध्यक्ष और सदस्य ईएसएम नियुक्त करने की भी मांग की। रिजर्व पेंशन, डिसेबल्ड पेंशन, विधवा पेंशन बढ़ाने की मांग भी उन्होंने की। जनरल सतबीर ने कहा कि फौजियों को दूसरी सेवाओं की तरह गैर-कार्यशील उन्नयन (एनएफयू) दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक वन रैंक-वन पेंशन लागू नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। सैन्य अधिकारी की पत्नी और शहीदों की विधवाओं के लिए विशेष रूप से समर्पित सुदेश ने भी केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर बरसी। उन्होंने कहा कि वीर नारियों की पेंशन आज इतनी कम है कि वह ठीक ढंग से बच्चों को भरण पोषण भी नहीं कर पाती। अच्छी शिक्षा तो दूर की बात है।
भूतपूर्व सैनिकों व वीर नारियों को दर अपने तमाम प्रकरण लेकर दर-दर भटकना पड़ता है। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों का सरकार अपमान न करे। अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर जनरल लालजी डी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, रिटायर्ड ब्रिगेडियर केजी बहल, कर्नल बीएम थापा, कर्नल ईश्वर थापा, कर्नल बीएस क्षेत्री, कर्नल सतीश शर्मा, कैप्टन आलम सिंह भंडारी आदि उपस्थित रहे।
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