डंपर ने छात्रा को कुचला, आक्रोशित लोगों ने किया बवाल और चक्का जाम Dehradun News
देहरादून के पटेलनगर के बड़ोवाला में तेज रफ्तार डंपर ने स्कूटी सवार किशोरी को कुचल दिया। किशोरी की मौके पर ही मौत हो गई।
देहरादून, जेएनएन। शिमला बाईपास पर बड़ोवाला पुल के पास गुरुवार की सुबह स्कूल जा रही छात्रा को तेज रफ्तार डंपर ने कुचल दिया। छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची नयागांव चौकी पुलिस ने डंपर को कब्जे में लेते हुए चालक को हिरासत में ले लिया, लेकिन तब तक आसपास गांव के सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गए और घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक उठाने कोशिश की तो ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस बीच गुस्साई भीड़ ने डंपर को पुलिस के चंगुल से छुड़ा कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने किसी तरह उसे बचा तो लिया, लेकिन हालात पूरी तरह बेकाबू हो गए। लिहाजा आसपास के थानों से फोर्स मौके पर बुलानी पड़ी। फिर भी ग्रामीण इस बात पर अड़े रहे कि जब तक डीएम-एसएसपी यहां नहीं आते, वह टस से मस नहीं होंगे। करीब सवा ग्यारह बजे डीएम सी रविशंकर और एसएसपी निवेदिता कुकरेती के मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझा-बुझा कर शांत कराया। दुर्घटना के करीब पांच घंटे बाद दोपहर बारह बजे शिमला बाईपास पर यातायात शुरू हो सका।
घटनाक्रम के अनुसार, गणेशपुर की रहने वाली मानसी बिष्ट (15 वर्ष) पुत्री ताजवर सिंह बिष्ट न्यू ऐरा स्कूल साईंलोक झीवारेड़ी में कक्षा 11 की छात्रा है। गुरुवार की सुबह साढ़े छह बजे के करीब गांव के ही रिश्ते में लगने वाले चाचा से लिफ्ट लेकर स्कूल के लिए निकली। बड़ोवाला पुल के पास वह स्कूटर से उतरकर स्कूल जाने के लिए सड़क पार कर ही रही थी कि तभी सहसपुर की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे डंपर ने उसे कुचल दिया। मानसी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद डंपर चालक देहरादून शहर की ओर भाग निकला। स्थानीय लोगों ने उसका पीछा करने के साथ पुलिस को भी घटना की जानकारी दे दी। गोरखपुर चौक से पहले ही डंपर को रोक लिया गया।
यहां पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इधर, हादसे की खबर इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते हजारों की तादाद में लोग बड़ोवाला पुल के पास एकत्रित हो गए। इस दौरान देहरादून से सहसपुर की ओर जा रहे एक डपंर को रोक कर गुस्साए लोगों ने उस पर पथराव कर दिया। उसके चालक ने भाग कर किसी तरह जान बचाई। इसके बाद ग्रामीण वहीं सड़क पर बैठ गए और हादसे के लिए पुलिस को कसूरवार ठहराते हुए नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का आरोप था, स्कूल खुलने के बाद भी पुलिस ने डंपरों के आवागमन पर रोक लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
हंगामा चल ही रहा था कि पुलिस डंपर चालक जीशान (24 वर्ष) पुत्र नूर अहमद निवासी सिंगड़ीवाला सहसपुर को एक कार में बैठाकर मौके से हटाने की कोशिश कर ही रही थी, तभी सैकड़ों की संख्या लोग जमा हो गए और जीशान को पुलिस से छुड़ा उसकी धुनाई शुरू कर दी। उसे बचाने के दौरान भीड़ की पुलिस से भी हाथापाई हो गई। पुलिस ने किसी तरह उसे पास की एक दुकान में बंद कर उसकी जान बचाई। बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच उसे पटेलनगर कोतवाली पहुंची। हंगामा बढ़ने लगा तो एसपी ग्रामीण प्रमेंद्र डोबाल समेत कैंट, वसंत विहार, प्रेमनगर समेत पुलिस लाइन से फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस ने ग्रामीणों को बलपूर्वक सड़क से हटाने की कोशिश की तो विवाद और बढ़ गया। लोग नारेबाजी करते हुए कहने लगे कि जब तक डीएम व एसएसपी मौके पर नहीं आते, वह यहां नहीं हटेंगे।
करीब सवा ग्यारह बजे डीएम सी रविशंकर व एसएसपी निवेदिता कुकरेती मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने मांग की स्कूल खुलने और बंद होने के समय भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए गुरुवार से ही व्यवस्था की जा रही है।
बोले अधिकारी
एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि डंपर चालक को हिरासत में ले लिया गया है। तहरीर के आधार पर उस पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। शिमला बाईपास पर डंपर समेत भारी वाहनों के स्कूल खुलने और बंद होने के समय प्रवेश प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की जा रही है।
स्कूल के पहले दिन इंतजार कर रही थी मौत
मानसी बिष्ट का गुरुवार को स्कूल का पहला दिन था। वह घर से काफी उत्साहित मन से स्कूल जाने के लिए निकली थी, मगर उसके क्या पता था कि स्कूल के लिए घर से बाहर निकले कदम उसे क्लास रूम नहीं बल्कि मौत तक ले जाएंगे।
मानसी की मौत के बाद पूरे गणेशपुर गांव में गम का माहौल है। हादसे के बाद से हर कोई स्तब्ध है और गुस्से में भी। मानसी के परिवार को करीब से जानने वालों ने बताया कि उसके पिता ताजवर सिंह बिष्ट दिल्ली में नौकरी करते हैं। मानसी सबसे छोटी थी, उससे बड़ी एक बहन और एक भाई हैं।
मानसी ने हाईस्कूल तक की पढ़ाई दिल्ली में ही की। पर घर की लाडली बेटी को नजरों के सामने रखने की सोच कर इस साल उसका दाखिला झीवारेड़ी के न्यू ऐरा एकेडमी में कक्षा ग्यारह में करा दिया गया। प्रवेश की सभी औपचारिकता कुछ दिन पहले ही पूरी हुई थीं। गुरुवार को पहली बार वह स्कूल के लिए जा रही थी। स्कूल में देर न हो, इसके लिए उसने गांव के ही रिश्ते में चाचा लगने वाले शख्स से लिफ्ट मांगी, ताकि वह समय से स्कूल पहुंच जाए। जब वह चाचा के स्कूटर से उतरी तो उन्हें थैंक्स कहना नहीं भूली, मगर तभी सड़क पर मौत बन कर दौड़ रहे डंपर ने उसे कुचल दिया। मानसी की मौत ने केवल एक जिंदगी को नहीं कुचला, बल्कि मां की ममता, बेटी से पिता की उन उम्मीदों को भी कुचल दिया, जो उन्होंने मानसी के भविष्य को लेकर देखे थे।
डंपर चालक व मालिक पर मुकदमा दर्ज
शिमला बाईपास पर बड़ोवाला में तेज रफ्तार डंपर से कुचलकर कक्षा 11 की छात्रा की हुई मौत के मामले में पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने गुरुवार देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया। मामले में तहरीर मानसी के पिता ताजवर सिंह की ओर से दी गई है। पटेल नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले में डंपर मालिक शाहिद निवासी बुड्ढी व चालक जीशान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि जीशान डम्पर ले कर भोर में चार बजे के करीब बुड्डी आया था और वहीं रुक गया था। बाद में वह नया गांव की तरफ जाने के लिए सुबह सात बजे डंपर लेकर निकला था।
नहीं था वैध लाइसेंस
पटेल नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि जीशान के पास से मिले ड्राइविंग लाइसेंस की अवधि खत्म हो चुकी थी। लेकिन इसके बाद भी वह डंपर चला रहा था। यह बेहद गंभीर है। इस बारे में परिवहन विभाग को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा रहा है।
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