यात्रियों को छोड़ने के लिए निगम को एक करोड़ जारी
उत्तराखंड में लॉकडाउन से दूसरे प्रदेशों के यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक छोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए सरकार ने परिवहन निगम को एक करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं।
देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेशों के यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक छोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। इन्हें बकायदा आरामदायक वॉल्वो व एसी बसों से छोड़ा जा रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम को एक करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं। प्रदेश में इस समय विभिन्न राज्यों के यात्री फंसे हुए हैं। इनमें सबसे अधिक तकरीबन 1500 यात्री गुजरात के हैं। ये हरिद्वार में थे। इन्हें छोड़ने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बसों में डीजल और अन्य खर्चों के लिए प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी कर दिए हैं। सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
लॉकडाउन में छूट के दौरान संभव है अस्थि विसर्जन
आम दिनों में अस्थि विसर्जन के लिए बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार पहुंचते हैं, लेकिन इन दिनों लॉकडाउन के चलते इसमें व्यवधान आने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को। हालांकि, अब लाकॅकडाउन में सुबह सात से दोपहर एक बजे तक की छूट दिए जाने से वह अपने प्रियजनों की अंतिम इच्छा पूरी कर सकते हैं। हरिद्वार का तीर्थ पुरोहित समाज और हरकी पैड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्रीगंगा सभा ऐसे लोगों के सहयोग को आगे आए हैं।
तीर्थ पुरोहितों व श्रीगंगा सभा का कहना है कि अगर कोई लॉकडाउन से छूट की अवधि में प्रशासन से अनुमति लेकर अस्थि विसर्जन को हरिद्वार पहुंचता है तो उसे पूरा सहयोग दिया जाएगा। लेकिन, इस दौरान सरकार के सुझाए मानकों का पालना करना अनिवार्य होगा। लोगों को परिस्थितियां अनुकूल होने के बाद ही अस्थि विसर्जन करने की सलाह भी दी है। क्योंकि, शास्त्र भी इसकी अनुमति देते हैं।
इन हालात में इधर-उधर आने-जाने में गलती होने पर ऐसे लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि प्रशासनिक अनुमति पर अगर कोई व्यक्ति अस्थि विसर्जन को हरिद्वार पहुंचता है तो उसकी इच्छा का सम्मान किया जाएगा। यहां अस्थि विसर्जन को लेकर कोई पाबंदी नहीं है। लेकिन, इसके लिए हर हाल में बचाव के मानकों का पालन करना होगा।
अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उज्जवल पंडित का कहना है कि हरिद्वार में लॉकडाउन के दौरान अस्थि विसर्जन पर किसी तरह की रोक नहीं है। पर, इस अवधि में कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी है। सो प्रतिबंधित समय में तीर्थ पुरोहितों के लिए अस्थि विसर्जन करा पाना संभव नहीं होगा। यह कार्य केवल लॉकडाउन में छूट के दौरान ही किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: अखबार सुरक्षित है, बेखौफ पढ़ें अखबार; नहीं फैलता कोरोना, देखें- वीडियो