Coronavirus: उत्तराखंड में पांच गुना बढ़ी क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या
प्रदेश में बीते पांच दिनों में क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या पांच गुना बढ़ी है। बुधवार आठ अप्रैल तक यह संख्या बढ़ कर 45415 पहुंच गई है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में बीते पांच दिनों में क्वारंटाइन किए गए लोगों की संख्या पांच गुना बढ़ी है। तीन अप्रैल तक प्रदेश में जहां केवल 8557 लोग क्वारंटाइन किए गए थे, बुधवार आठ अप्रैल तक यह संख्या बढ़ कर 45415 पहुंच गई है। कोरोना की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इससे निबटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि प्रदेश में जमातों में आने वाले लोगों के बाद संख्या में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रदेश में अभी कोरोना पीड़ितों के लिए 823 बेड बनाए गए हैं। इनमें से अभी तक केवल 27 का ही इस्तेमाल हो रहा है। कोरोना संभावित मरीजों के लिए 1682 बेड बनाए गए हैं इनमें से 149 ही इस्तेमाल में हैं।
प्रदेश में 457 क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 16449 बेड हैं। प्रदेश में कुल 45145 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। इन केंद्रा में 2543 लोग रखे गए हैं। शेष अन्य को उनके घरों में ही क्वारंटाइन किया गया है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 455 आइसीयू की व्यवस्था है जिनमें से 433 खाली हैं। 251 वेंटीलेटर में से अभी केवल एक ही भरा हुआ है। 8685 पीपीटी किट हैं।
इनमें से 243 का इस्तेमाल किया जा रहा है। देहरादून अस्पताल में कोराना मरीजों के लिए 400 बेड है, जल्द ही 40 और की व्यवस्था की जाएगी। सैन्य अस्पताल (एमएच) देहरादून में 200 बेड हैं और 200 की व्यवस्था की जा रही है। एमएच रुड़की में 100 बेड हैं। एमएच पिथौरागढ़, लैंसडौन और रानीखेत में 50-50 बेड रखे गए हैं। एम्स ऋषिकेश में 400 बेड की व्यवस्था की गई है।
हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रांट में 200 बेड रखे गए हैं 200 तथा और बेड की और व्यवस्था की जा रही है। महंत इंदिरेश अस्तपाल में भी 200 बेड हैं और 200 की और व्यवस्था की जा रही है। इन सभी अस्पतालों में आइसीयू भी हैं और जल्द ही वेंटिलेटर के साथ 141 आइसीयू और तैयार किए जा रहे हैं।
दून के क्वारंटाइन केंद्रों से नर्सों की ड्यूटी हटाई
देहरादून के क्वारंटाइन केंद्रों से महिला नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी हटा दी गई है। उनकी जगह अब पुरुष फार्मेसिस्ट तैनात किए गए हैं। नर्सिंग एसोसिएशन ने कोरोना संदिग्ध पुरुषों के बीच महिला कर्मियों की ड्यूटी लगाने पर आपत्ति जताई थी। डीएम के आदेश पर सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी ने इनकी ड्यूटी हटा दी है। अब ये नर्सें अपने-अपने अस्पतालों में ड्यूटी करेगी।
जिले के क्वारंटाइन केंद्रों में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज व अन्य राज्यों से लौटे तब्लीगी जमात के लोगों सहित संदिग्धों को रखा गया है। विभिन्न क्वारंटाइन केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ की गई बदसलूकी के कारण नसेर्ं यहां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी। नर्सिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष मीनाक्षी जखमोला की ओर से सीएम और डीएम को विगत पांच अप्रैल को पत्र भेजकर कहा कि पुरुषों के साथ महिला नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी न लगाई जाए।
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उन्होंने अस्पतालों में और अन्य कार्यों में ड्यूटी करने की बात कही थी। यह भी कहा था कि क्वारंटाइन सेंटर में कई लोग यहां-वहां थूक रहे हैं। जिससे संक्रमण का भी खतरा है। जिलाधिकारी के आदेश पर अब फाइनेंस ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर, होटल टैकगेन कोटडा संतूर में तैनात नसिर्ंग स्टाफ की ड्यूटी हटाकर फार्मेसिस्टों की ड्यूटी लगाई गई है।
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