क्लैट के अभ्यर्थियों और अभिभावकों का हंगामा
जागरण संवाददाता, देहरादून: कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट (क्लैट) में अभ्यर्थियों को पेपर नहीं, बल्कि त
जागरण संवाददाता, देहरादून: कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट (क्लैट) में अभ्यर्थियों को पेपर नहीं, बल्कि तकनीकी अड़चनों ने परेशान किए रखा। दून स्थित डीडी कॉलेज में तकनीकी खामी के चलते पेपर करीब 15 मिनट देर से शुरू हो सका। इसके बाद अभ्यर्थियों को अतिरिक्त समय भी नहीं दिया गया। जिससे गुस्साए परीक्षार्थियों व अभिभावकों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कॉलेज स्टाफ व परीक्षा में टेक्निकल सपोर्ट दे रही कंपनी सिफी टेक्नोलॉजी के प्रतिनिधि को घेर लिया। जिनके साथ उनकी तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने किसी तरह बीचबचाव कर मामला शांत कराया।
नींबूवाला स्थित डीडी कॉलेज में क्लैट का परीक्षा केंद्र था। यह परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाती है। परीक्षार्थियों ने लॉग इन कर पेपर शुरू किया तो एकाएक स्क्रीन ब्लैंक हो गई। कुछ लिखा भी था तो उसके फॉन्ट गड़बड़ थे। जिससे परेशान परीक्षार्थियों ने वहां ड्यूटी स्टाफ को बुलाया। उनका कहना था कि इस तकनीकी दिक्कत के बावजूद पेपर का टाइमर चल रहा था। उन्होंने एक्जिट करने की बात कही, पर स्टाफ ने मना कर दिया। छात्रों को आश्वस्त किया कि यह दिक्कत मुख्य सर्वर से जुड़ी है और उन्हें अतिरिक्त समय दिया जाएगा। करीब 15 मिनट बाद उन्हें एक्जिट करने और तकनीकी खामी दुरुस्त होते ही दोबारा पेपर शुरू करने को कहा गया। इस बार कम्प्यूटर पर स्टार्ट व री-स्टार्ट का विकल्प आया। परीक्षार्थियों के पूछने पर बताया गया कि उन्हें री-स्टार्ट का विकल्प चुनना है। लेकिन परीक्षार्थियों ने पेपर दोबारा शुरू किया तो टाइमर 15 मिनट बाद से शुरू हुआ। कई परीक्षार्थियों ने इस पर आपत्ति की, पर उनकी हर बात अनसुनी कर दी गई। परीक्षा खत्म होते ही परीक्षार्थियों व अभिभावकों ने इसे लेकर जबदस्त हंगामा किया। परीक्षा में तकनीकी सपोर्ट दे रही कंपनी के प्रतिनिधि का कहना है कि छात्रों को अतिरिक्त समय दिया गया। जबकि परीक्षार्थियों के अनुसार, इसमें समस्या उत्पन्न होने से दुरुस्त होने समेत पूरा वक्त जोड़ा जा रहा है। आयोजक कॉलेज की घड़ी नहीं, पेपर का टाइमर देखें। इस मामले में कैंट कोतवाली में भी तहरीर भी दी है। कोतवाली प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार शिकायत ले ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। यह मुख्य सर्वर की दिक्कत के कारण हुआ है। यह गड़बड़ी कॉलेज के स्तर से नहीं हुई है।
जितेंद्र यादव, चेयरमैन डीडी कॉलेज शुरू में तकनीकी दिक्कत आई थी। लेकिन इसे वक्त रहते दूर कर दिया था। अतिरिक्त समय भी छात्रों को दिया गया।
सचिन, प्रतिनिधि सिफी टेक्नोलॉजी इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट भेजी जा रही है। छात्र अपना ग्रीवांस आयोजक संस्थान नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एडवास लीगल स्टडीज, कोच्चि को भेज सकते हैं।
विनय राणा, केंद्र पर्यवेक्षक क्लैट में समय के ही मायने हैं। 120 मिनट में 200 सवाल हल करने होते हैं। ऐसे में 15 मिनट की देरी ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
शिखर, छात्र हमने शुरू में ही इसकी जानकारी दे दी थी। लेकिन समस्या सही ढंग से निस्तारित नहीं की गई। जिससे छात्रों का साल बर्बाद हो गया है।
सुधांशु, छात्र यह कहना कि छात्रों को अतिरिक्त समय दिया गया, बिल्कुल गलत है। ऑनलाइन एग्जाम कॉलेज की घड़ी नहीं, बल्कि अपने टाइमर पर चलता है।
कनिष्क, छात्र