Move to Jagran APP

उत्‍तराखंड में संवरेगी पौधालयों की तस्वीर, नहीं होगी पौध की कमी; वन विभाग को कैंपा से मिले 16.18 करोड़ रुपये

उत्‍तराखंड में पौधालयों की तस्वीर संवारने के साथ ही नए पौधालयों की स्थापना उच्चीकरण व रखरखाव पर खास फोकस किया गया है। केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैंपा) के तहत 16.18 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 07:30 AM (IST)
उत्‍तराखंड में संवरेगी पौधालयों की तस्वीर, नहीं होगी पौध की कमी; वन विभाग को कैंपा से मिले 16.18 करोड़ रुपये
आने वाले दिनों में उत्तराखंड के जंगलों में पौधारोपण के लिए विभिन्न प्रजातियों के पौधों की कोई कमी नहीं रहेगी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: आने वाले दिनों में उत्तराखंड के जंगलों में पौधारोपण के लिए विभिन्न प्रजातियों के पौधों की कोई कमी नहीं रहेगी। इसके लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। इस कड़ी में पौधालयों की तस्वीर संवारने के साथ ही नए पौधालयों की स्थापना, उच्चीकरण व रखरखाव पर खास फोकस किया गया है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैंपा) के तहत इसके लिए 16.18 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है।

loksabha election banner

प्रदेश के जंगलों में अमूमन हर साल ही डेढ़ से दो करोड़ पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन हरेला समेत विभिन्न अवसरों पर होने वाले पौधारोपण के लिए कभी-कभार पौध की दिक्कत भी होती है। इसे देखते हुए वन विभाग ने कैंपा की वार्षिक कार्ययोजना में पौधालयों के विकास पर ध्यान केंद्रित करने की ठानी। केंद्र ने कैंपा की चालू वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना में पौधालयों के लिए अच्छी खासी धनराशि मंजूर की है। इस पहल से 1.20 करोड़ पौधे तैयार किए जाएंगे। खास बात ये कि बांज, बुरांस, देवदार जैसी प्रजातियों के 12.02 लाख पौधे भी तैयार किए जाएंगे, जबकि औषधीय एवं सगंध प्रजातियों के पांच लाख पौधे। पौधालयों में पर्याप्त संख्या में पौधे तैयार होने पर क्षतिपूरक पौधारोपण के साथ ही वर्षाकालीन व शीतकालीन पौधारोपण और तमाम अवसरों के लिए पौध की उपलब्धता रहेगी।

यह भी पढ़ें- Admission In DAV: डीएवी पीजी कालेज ने दूसरी मेरिट लिस्ट की जारी, 24 सितंबर तक होंगे दाखिले

पौधालयों के लिए स्वीकृत राशि

गतिविधि, लक्ष्य, राशि (करोड़ में)

क्षतिपूरक पौधारोपण

पौधालय रखरखाव व उच्चीकरण, 6188962 पौधे, 2.47

पौधालय स्थापना व उच्चीकरण, 3372838 पौधे, 3.37

अन्य कार्य

पौधालय उच्चीकरण व रखरखाव, 701657 पौधे, 0.80

बांज, देवदार आदि के पौधालयों का रखरखाव, 1202603 पौधे, 3.34

माडल पौधालयों की स्थापना, 20 संख्या, 2.00

औषधीय व सगंध प्रजातियों के पौधालयों का रखरखाव, 500000 पौधे, 0.20

महिला पौधालयों का विकास व रखरखाव, 100 संख्या, 4.00

प्रमुख मुख्‍य वन संरक्षक राजीव भरतरी का कहना है कि सभी डीएफओ को निर्देश दिए गए हैं कि पौधालयों की स्थापना, विकास व उच्चीकरण संबंधी कार्य अगले साल मार्च तक पूर्ण करा दिए जाएं। बजट का सदुपयोग करने के साथ ही पौधालयों में प्रमाणित बीज से उच्च कोटि की पौध तैयार की जाए। पौधालयों में विविध, स्थानीय व फलदार प्रजातियों की पौध तैयार करने और विभाग की अनुसंधान वृत्त से यथासंभव प्रमाणित बीज क्रय करने को भी कहा गया है।

यह भी पढ़ें- हस्तशिल्प के प्रचार को खासी गंभीर उत्तराखंड सरकार, अब हर साल11 हस्तशिल्पियों को शिल्प रत्न अवार्ड


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.