अब उत्तराखंड में चिकित्सा शिक्षा के अधीन होगी नर्सिंग काउंसिल
उत्तराखंंड में अब नर्सिंग एवं पैरामेडिकल काउंसिल को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे से हटाकर अब चिकित्सा शिक्षा महकमे के अधीन लाया जाएगा।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: राज्य में गठित नर्सिंग एवं पैरामेडिकल काउंसिल को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे से हटाकर अब चिकित्सा शिक्षा महकमे के अधीन लाया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा सचिव नितेश कुमार झा ने इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा निदेशक को प्रस्ताव तैयार कर शासन को मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, जिन काउंसिल को चिकित्सा शिक्षा के अधीन होना चाहिए, उन्हें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। इस विसंगति को दूर करने के बारे में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में 29 नवंबर, 2017 को हुई इंपावर्ड कमेटी की बैठक में सहमति बन गई थी।
यह तय किया गया था कि अन्य राज्यों की भांति स्टेट मेडिकल फैकल्टी, नर्सिंग काउंसिल, पैरामेडिकल काउंसिल, डेंटल काउंसिल एवं मेडिकल काउंसिल को चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग से स्थानांतरित कर चिकित्सा शिक्षा के अधीन किया जाए। इसके बावजूद यह कार्य अभी तक नहीं हो पाया। बैठक में चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ आशुतोष सयाना को उक्त संबंध में प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंपने के निर्देश दिए गए थे।
इसके बाद बीती 23 जनवरी को चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ आशुतोष सयाना ने भी शासन को पत्र भेजकर उक्त सभी काउंसिल को संबंधित महकमे से संबद्ध करने की पैरवी की थी। पत्र में उन्होंने कहा था कि उक्त काउंसिल को चिकित्सा शिक्षा से संबद्ध नहीं करने से कई दिक्कतें पेश आ रही हैं।
उत्तरप्रदेश समेत अन्य राज्यों में इन्हें चिकित्सा शिक्षा से ही संबद्ध किया गया है। उत्तराखंड में ऐसा नहीं होने से महकमे का कामकाज प्रभावित हो रहा है। नर्सिंग और पैरामेडिकल काउंसिल राज्य में नर्सिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों को संचालित करती है। साथ में उक्त काउंसिल चिकित्सा शिक्षा पाठ्यक्रमों की नियामक संस्था भी है। खास बात यह है कि इससे पहले शासन स्तर पर कई बैठकों में उक्त संबंध में निर्देश जारी किए गए, लेकिन उन पर अमल नहीं हो सका। अब चिकित्सा शिक्षा सचिव नितेश कुमार झा ने सूबे में गठित नर्सिंग एवं पैरामेडिकल काउंसिल को चिकित्सा शिक्षा के अधीन किए जाने की तेजी से कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें: यूओयू में दाखिले को छह दिन शेष, देरी पर लगेगा इतना शुल्क
यह भी पढेें: इग्नू ने छात्रों को दिया दाखिले का एक और मौका, जानिए
यह भी पढ़ें: आइआइटी में सीट छोड़ना पड़ेगा भारी, नहीं मिलेगी जेईई एडवांस में एंट्री