Coronavirus: अब पुलिस कर्मियों को कोरोना से बचाने की चुनौती आई सामने
प्रवासियों के आने के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में आये उछाल से अफसरों की प्राथमिकता अब पुलिस कर्मियों को संक्रमण से बचाने की है।
देहरादून, जेएनएन। आमजन को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए चिकित्सा विभाग के साथ पुलिस अधिकारी व जवान पिछले दो माह से लगातार सड़कों पर हैं। कई घंटों की ड्यूटी के बाद घर लौटने वाले पुलिसकर्मी इस बार आशंकित भी हैं।
प्रवासियों के आने के बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में आये उछाल से अफसरों की प्राथमिकता अब पुलिस कर्मियों को संक्रमण से बचाने की है। अगर पुलिसकर्मी बीमार पड़े तो आने वाले दिनों में हालात कितने गंभीर हो सकते हैं, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है।
कोरोनाकाल में पुलिस की प्राथमिकताएं बदल गईं। महामारी से निपटने का अनुभव ना होने के बाद भी पुलिस ने कोरोना संक्रमण को रोकने में सबसे अहम भूमिका निभाई। इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन की निगरानी से लेकर होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की लगातार खोज खबर लेने तक की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ रही है।
यहां तक तो सब ठीक-ठाक चला, लेकिन जैसे ही महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, पंजाब समेत अन्य राज्यों से प्रवासियों के आने का सिलसिला आरंभ हुआ पुलिस की चुनौती और बढ़ गई। ऐसे में कई प्रवासी पहले से कोरोना संक्रमित होकर यहां पहुंच रहे हैं।
इन सबके बाद भी पुलिसकर्मी उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने की कोशिश में दिन-रात लगे हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि पुलिसकíमयों को कोरोना संक्रमण से कैसे बचाए रखा जाए। क्योंकि पुलिसकíमयों की संख्या पहले से ही उत्तराखंड में कम है। ऐसे में यदि यह बीमार पड़े तो इस संकटकाल में हालात को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा।
339 को करना पड़ा क्वारंटाइन
पिछले एक महीने के दौरान 339 पुलिसकर्मी किसी न किसी तरीके से कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए। इसकी जानकारी होने के बाद अफसरों ने इन सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया। गनीमत रही कि किसी में कोरोना के लक्षण विकसित नहीं हुए। इसमें से 271 पुलिसकर्मी 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर वापस ड्यूटी पर लौट चुके हैं। शेष की क्वारंटाइन अवधि अगले एक सप्ताह के दौरान पूरी हो जाएगी।
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उठाए गए हैं एहतियाती कदम
पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार के मुताबिक, पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने से बचाने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। रेलवे, बस स्टेशन और प्रवासियों के आने जाने वाले स्थानों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को पीपीई किट, फेश मास्क, फेश शील्ड और सेनिटाइजर के साथ ग्लब्स भी दिए गए हैं। लोगों के दस्तावेजों को चेक करते समय विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। फ्रंट लाइन पर काम कर रहे पुलिसकर्मियों की हर दिन थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है।