अब पहाड़ों में कम से कम डेढ़ लेन की होंगी सड़कें
पहाड़ी क्षेत्रों को सिंगल लेन से निजात दिलाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए लोकनिर्माण विभाग की एडीबी यूनिट ने ऋण लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
देहरादून, [सुमन सेमवाल]: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों को सिंगल लेन सड़कों से निजात दिलाने के लिए लोनिवि की एडीबी यूनिट ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से 22.42 करोड़ रुपये का ऋण लेने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और पहले फेज में कम से कम एक हजार किलोमीटर सड़कों के सुधारीकरण का कार्य किया जाएगा।
एडीबी यूनिट के परियोजना निदेशक एसके बिड़ला के अनुसार राज्य में राज्य राजमार्गों के सुधारीकरण का कार्य प्रस्तावित है। तय किया गया है कि परियोजना में पर्वतीय क्षेत्र की सड़कों को कम से कम डेढ़ लेन और मैदानी क्षेत्र की सड़कों को दो लेन चौड़ा किया जाए। इस समय राज्य में करीब 2200 किलोमीटर सड़कें सिंगल लेन हैं। वर्तमान में भले ही एक हजार किलोमीटर की सड़कों का सुधारीकरण प्रस्तावित है, लेकिन सरकार से मांग की जाएगी कि यह सीमा बढ़ाई जाए। ताकि अधिक से अधिक सड़कों को आदर्श स्थिति में लाया जा सके। परियोजना में डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने के लिए इसकी स्वीकृति की मांग केंद्र सरकार को भेजी जा रही है। स्वीकृति मिलते ही आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
पहले किया जाएगा जमीन अधिग्रहण
एडीबी यूनिट के परियोजना निदेशक एसके बिड़ला के मुताबिक अक्सर देखा जाता है कि जमीन अधिग्रहण में लंबा वक्त लग जाता है और इससे कार्य पूरा करने की वास्तविक अवधि में इजाफा हो जाता है। इससे एडीबी जैसी वित्त पोषण वाली संस्थाओं में रेटिंग भी खराब हो जाती है। विश्वपटल पर इससे संबंधित देश व राज्य की छवि भी खराब होती है। इस परियोजना में काम शुरू करने से पहले जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी की जाएगी। सड़क सुधारीकरण में वन भूमि और निजी भूमि भी जद में आएगी। लिहाजा, हर स्तर पर तैयारी कर जमीन अधिग्रहण की औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा। जब यह काम पूरा हो जाएगा, तब एडीबी से ऋण लेकर परियोजना को तय समय के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
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