यहां अब एलईडी स्क्रीन पर मिलेगी रूट प्लान की जानकारी, जानिए
उत्तराखंड आने वालों को अब पेट्रोल पंपों पर ही गंतव्य तक पहुंचने के मार्ग की स्थिति के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
देहरादून, जेएनएन। गैर प्रांतों से उत्तराखंड आने वालों को अब पेट्रोल पंपों पर ही गंतव्य तक पहुंचने के मार्ग की स्थिति के बारे में जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए देहरादून पुलिस के पास सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से प्रस्ताव आया था, जिस पर बुधवार से चरणबद्ध तरीके से अमल शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में शहर के सात पेट्रोल पंपों पर एलईडी स्क्रीन लगाए गए हैं, जिस पर पूरे दिन यातायात की स्थिति और आगे की प्लानिंग के बारे में जानकारी मिलेगी।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि सहारनपुर रोड, चकराता रोड, ईस्ट कैनाल रोड, जाखन, जीएमएस रोड, पटेलनगर और सहस्रधारा रोड के सात पेट्रोल पंपों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। इस पर अनवरत रूप से बीस सेकेंड का संदेश प्रसारित होगा। यह प्रस्ताव पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से आया था। इस पर प्रसारित होने वाले संदेशों में प्रमुख स्थलों पर जाने वाले मार्गों की स्थिति से लेकर अगले दो-तीन दिन के ट्रैफिक प्लान की भी जानकारी प्रसारित की जाएगी। साथ ही रैली, जुलूस या प्रस्तावित रोड शो के मद्देनजर तैयार किए गए रूट प्लान की भी जानकारी लोगों को दी जाएगी। इसके साथ ही यातायात जागरूकता और नियमों के पालन के प्रति भी लोगों को संदेश के जरिए प्रेरित किया जाएगा। ड्रंक एंड ड्राइविंग, रैश ड्राइविंग और ड्राइविंग के दौरान फोन का इस्तेमाल न करने के बारे में भी बताया जाएगा।
कुमाऊं रूट की बसें घंटों जाम में फंसी
दून से कुमाऊं रूट पर चलने वाली रोडवेज की बसें घंटों जाम में फंसी रहीं। रविवार रात से सोमवार सुबह तक पांच से छह घंटे तक बसें जगह-जगह ट्रैफिक दबाव के चलते जाम में फंस गईं। इससे यात्रियों को खासी मुश्किलें उठानी पड़ी। महाप्रबंधक संचालक दीपक जैन ने बताया कि ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने के कारण कुमाऊं रूट की बसें घंटों देरी से पहुंची हैं। स्कूल और कॉलेज में गर्मियों की छुट्टी पड़ने, वीकेंड और यात्र सीजन के चलते इन दिनों राज्य के अधिकांश मार्गो पर वाहनों का दबाव अधिक है। कॉर्बेट नेशनल पार्क, नैनीताल, मुनस्यारी, रानीखेत आदि पर्यटक स्थलों के लिए पर्यटकों की आमद बढ़ी हुई है।
इससे दून, हरिद्वार से लेकर कुमाऊं रूट पर वाहनों का भारी दबाव बना हुआ है। सोमवार सुबह रूट पर चलने वाली रोडवेज की 10 से ज्यादा सर्विस की बसें जगह-जगह अटकी रहीं। इनमें हल्द्वानी, टनकपुर, बागेश्वर, काठगोदाम, पर्वतीय डिपो की पिथौरागढ़, अल्मोड़ा आदि की बसें जाम में पांच से छह घंटे तक फंसी रही। स्थिति यह रही कि सुबह पांच बजे पहुंचने वाली बसें दिन में 12 से एक बजे पहुंची। जबकि रात को चली बसें भी सुबह 10 बजे के बाद गंतव्य तक पहुंची। परिवहन निगम के महाप्रबंधक परिचालन दीपक जैन ने बताया कि जाम के चलते बसें रास्ते में फंस गईं। इससे यात्रियों को कुछ परेशानी जरूर हुई। दोपहर बाद सभी बसें गंतव्य तक पहुंच गई।
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