अब बजाया प्रेशर हॉर्न और किया सड़क पर स्टंट तो होगी ये कार्रवार्इ
अब प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करना और सड़क पर स्टंट दिखाना भारी पड़ेगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवार्इ की जाएगी।
देहरादून, [जेएनएन]: अपने शौक और मौज-मस्ती के लिए दूसरों की जान जोखिम में डालने वाले 1726 बाइक सवारों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने प्रेशर हॉर्न के प्रयोग पर 70 वाहन सीज किए। साथ ही 514 मॉडिफाइड साइलेंसर और 84 स्टंट बाइकर के खिलाफ भी कार्रवाई की।
पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार, प्रदेशभर में शरारती बाइक सवारों के खिलाफ अभियान चलाया गया। 25 जून से पांच जुलाई तक चले इस अभियान के दौरान प्रदेश के सभी 13 जिलों में कार्रवाई की गई। इस दौरान ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर तेज हॉर्न और प्रेशर हॉर्न से ध्वनि प्रदूषण के साथ आम जनता को परेशान करने वालों एवं मॉडिफाइड साइलेंसर का गाड़ी में प्रयोग कर शोर-शराबा करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसा।
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि दस दिन तक चले इस अभियान के दौरान अकेले प्रेशर हॉर्न का प्रयोग करने वाले 1726 वाहनों का चालान एवं 70 वाहनों को सीज किया गया। इसी तरह मॉडिफाइड साइलेंसर के प्रयोग करने वाले 514 वाहनों का चालान एवं 30 वाहनों को सीज किया गया। स्टंट करने वाले 84 दुपहिया वाहनों का चालान एवं 17 वाहनों को सीज किया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
नैनीताल में पकड़े 39 स्टंट बाइकर्स
प्रेशर हॉर्न पर सबसे ज्यादा कार्रवाई ऊधमसिंह नगर में 347, नैनीताल में 293, टिहरी में 275 के खिलाफ हुई। मॉडिफाइड साइलेंसर में देहरादून 263, ऊधमसिंह नगर 93 और नैनीताल में 47। जबकि, स्टंट बाइकिंग में नैनीताल 39, हरिद्वार 17 और अल्मोड़ा 13 चालान किए गए। स्टंट बाइक में सबसे ज्यादा बाइकर्स देहरादून में मौजूद हैं। मगर, यहां सिर्फ दो चालान और छह वाहन सीज किए गए।
पठोई ने संभाला चार्ज, शहर में उतारे गए क्रैश कार्ड व स्टीकर
प्रदेश में परिवहन व यातायात नियम लागू कराने को हो रही कसरत के बीच देहरादून संभाग के नए आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने शनिवार को चार्ज संभाल लिया। उन्होंने प्रवर्तन की कार्रवाई प्रभावी ढंग से कराने की बात की। हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में प्रवर्तन टीमें शनिवार दोपहर ही क्रैश गार्ड, स्टीकर और वाहनों के आगे लगे लोहे के जाल उतारने के लिए शहर में भेज दी गईं। रात तक 16 वाहनों से क्रैश गार्ड और जाल उतारे गए थे। इस दौरान 38 वाहनों का चालान और आठ वाहन सीज किए गए। छह डीएल के निलंबन की संस्तुति की गई।
हालांकि, अभी पूर्व आरटीओ सुधांशु गर्ग रीलीव नहीं हुए हैं। तबादले से नाराज गर्ग अवकाश पर चले गए हैं। उन्होंने परिवहन सचिव से तबादले के विरुद्ध हाईकोर्ट जाने की अनुमति मांगी है। एक रोज पहले राज्य सरकार ने पौड़ी आरटीओ पठोई को दून व दून आरटीओ गर्ग का पौड़ी तबादला किया है। गर्ग का आरोप है कि उनका तबादला नियम विरुद्ध किया गया है। वहीं, गर्ग के अवकाश पर होने के बावजूद पठोई ने दून पहुंचकर चार्ज ले लिया। पहले दिन पठोई ने आफिस के सभी अनुभागों का निरीक्षण किया। लाइसेंस और परमिट की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के आदेश दिए।
नहीं छूटेंगे मुकदमे वाले वाहन
ओवरलोडिंग में जिन वाहनों के विरुद्ध मुकदमा होगा, वह परिवहन कार्यालय में जुर्माना चुकाने के बावजूद सीज ही रहेंगे। दरअसल, परिवहन कर्मियों को गफलत थी कि वे जुर्माना लेकर वाहन छोड़ सकते हैं लेकिन आरटीओ पठोई ने स्पष्ट किया कि मुकदमे के बाद ऐसे वाहन न्यायालय की संपत्ति हैं। न्यायालय के आदेश के बाद ही ऐसे वाहनों को जुर्माना लेकर छोड़ने का फैसला लिया जा सकता है। पठोई ने पूरे संभाग में आदेश जारी किए कि मुकदमे से जुड़े वाहनों से अदालत के आदेश बगैर जुर्माना भी न लिया जाए।
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