सड़क दर सड़क होगा काम, फिर शहर क्यों झेले जाम
स्मार्ट रोड बनाने का काम अभी ढंग से शुरू भी नहीं हो पाया है और पूरे शहर में भय व परेशानी का माहौल बन गया है।
देहरादून, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के तहत स्मार्ट रोड बनाने का काम अभी ढंग से शुरू भी नहीं हो पाया है और पूरे शहर में भय व परेशानी का माहौल बन गया है। भय है सड़कों पर मौजूद पुलिस कर्मियों की वह फौज, जो ट्रैफिक प्लान को डंडे के बल पर हांक रही है। परेशानी इस बात की कि वाहन चालक जाम में फंसकर इधर-उधर रेंग रहे हैं। अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या स्मार्ट रोड के काम को पूरा करने के लिए शहर के सबसे प्रमुख हिस्सों के ट्रैफिक को एक साथ डायवर्ट करने की जरूरत है। जवाब अधिकतर लोग ना में दे रहे हैं। वह इसलिए कि जब स्मार्ट रोड में शामिल चार सड़कों पर एक साथ काम नहीं होना है तो फिर पूरे शहर की चकरघिन्नी क्यों बनाई जाए। वैसे भी स्मार्ट रोड को पूरी तरह अस्तित्व में लाने के लिए दो साल का लक्ष्य रखा गया है और काम भी अलग-अलग पैकेज में किया जाना है।
अब बात करते हैं स्मार्ट रोड के काम की, कि वह किस तरह ट्रैफिक के लिए दिक्कत बन रहा है या दिक्कत बन सकता है। वर्तमान में स्मार्ट रोड की शुरुआत ईसी रोड से की गई है। पहले हिस्से में पाइप ब्रस्टिंग तकनीक से बहल चौक से सर्वे चौक तक सीवर लाइन बिछाई गई है। इस तकनीक में सड़क की ऊपरी परत को खोदे बिना ही सीवर लाइन बिछाई जाती है। स्मार्ट सिटी का काम है तो स्मार्ट ढंग से ही किया जाना चाहिए। जब पहले हिस्से पर सीवर लाइन बिछाई गई तो शहर के अधिकतर लोगों को पता ही नहीं चला कि कोई काम भी चल रहा है। क्योंकि सड़क की एक लेन पर यातायात चलता रहा। अब यह काम सर्वे चौक और आराघर के बीच चल रहा है।
इससे थोड़ी-बहुत परेशानी वही लोग उठा रहे हैं, जो इस मार्ग से चल रहे हैं। इसके बाद इसी सड़क पर मल्टी यूटिलिटी सर्विस डक्ट व ड्रेनेज का काम किया जाएगा। बेशक इस काम के लिए सड़क को बंद करना पड़ सकता है। लेकिन, इसका मतलब यह हुआ कि ट्रैफिक का प्लान इसी सड़क के मुताबिक करने की जरूरत है, न कि पूरे शहर को अटपटे ट्रैफिक प्लान में उलझाने की। जब यह सड़क बंद रहेगी, तब बाकी सड़कें पहले की तरह ही सुचारू रहनी हैं। उन पर काम तभी शुरू किया जाएगा, जब एक सड़क पर स्मार्ट रोड के सभी तरह के काम पूरे कर लिए जाएंगे।
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काम होने पर भी सड़क का शेष भाग रह सकता है खुला
अन्य सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए एक तरीका यह भी है कि जिस सड़क पर कार्य चल रहा हो, वहां निर्माण वाले हिस्से को बंद कर शेष को खुला रखा जाए। दरअसल, एक सड़क से कई लिंक मार्ग जुड़ते हैं। ऐसे में लिंक मार्ग से आने वाले वाहनों को बिना काम वाले सड़क के शेष भाग से गुजर सकते हैं।
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सड़कों के इन हिस्सों पर होगा काम
सड़क, लंबाई
ईसी रोड (आराघर से बहल चौक तक), 1.5 किमी
राजपुर रोड (घंटाघर से दिलाराम चौक तक), 1.8 किमी
चकराता रोड, (घंटाघर से किशननगर चौक तक), 1.9 किमी
हरिद्वार रोड (प्रिंस चौक से आराघर चौक तक), 1.5 किमी
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