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देहरादून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में आइसीयू नहीं, एचडीयू चलेगा

रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में आइसीयू नहीं चल पाएगा। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की टीम ने आइसीयू संचालन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। इसकी जगह एचडीयू यानी हाई डिपेंडेंसी यूनिट संचालित करने की सलाह दी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 11:35 AM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 11:35 AM (IST)
देहरादून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में आइसीयू नहीं, एचडीयू चलेगा
देहरादून के रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में आइसीयू नहीं चल पाएगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में आइसीयू नहीं चल पाएगा। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की टीम ने आइसीयू संचालन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। इसकी जगह एचडीयू यानी हाई डिपेंडेंसी यूनिट संचालित करने की सलाह दी है।

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दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल को आइसीयू समेत पूरे कोविड केयर सेंटर के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। सोमवार को चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत की अगुवाई में प्रभारी डॉ. आनंद शुक्ला और अन्य चिकित्सकों ने कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया। प्राचार्य को सौंपी रिपोर्ट में टीम ने कहा है कि 30 बेड के आइसीयू वार्ड में मॉनीटर एवं ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर हैं। वहीं सेंटर में चार बड़े सिलिंडर, पांच बाइपेप मशीन, पांच सक्शन मशीन हैं। लेकिन सेंट्रल ऑक्सीजन के बिना वेंटिलेटर नहीं चल सकते हैं। ऑक्सीजन का फ्लो भी आइसीयू में अधिक होना चाहिए। इस स्थिति में केवल हल्के व मध्यम लक्षण वाले मरीज जिनका ऑक्सीजन का स्तर 85 से 94 के बीच है, उन्हें ही यहां भर्ती किया जा सकता है। उससे कम ऑक्सीजन स्तर के मरीजों को भर्ती से सेंट्रल ऑक्सीजन के बिना यहां जनहानि का खतरा है।    

टीम ने यहां पर दस अतिरिक्त चिकित्सकों समेत बड़ी संख्या में स्टाफ एवं मोर्चरी की स्थापना, जनरेटर, दो ऑक्सीजन तकनीशियन, शव वाहन आदि मांगा है। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि टीम को व्यवस्था देखने के लिए भेजा था। टीम ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में आइसीयू चलाया मुमकिन नहीं हैं। क्योंकि वहां प्लांट नहीं होने की वजह से सेंट्रल ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। वेंटीलेटर भी नहीं चल सकता। एचडीयू चलाए जाने का सहमति बनी है। मंगलवार को स्टाफ भेजा गया था, एचडीयू में मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया है। जंबो सिलिंडर भी मंगाए जा रहे हैं। 

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