साहिया-क्वानू मोटर मार्ग पर राज्य गठन के बाद से नहीं चली बस
राज्य गठन के 18 साल बाद भी साहिया-क्वानू मोटर पर बस का संचालन नहीं हो पा रहा है।
संवाद सूत्र, साहिया: राज्य गठन के 18 साल बाद भी साहिया-क्वानू मोटर पर बस का संचालन नहीं हो पा रहा है। जबकि उप्र के शासन में वर्ष 1980-85 के बीच इस रूट पर दो बसों का संचालन होता था। राज्य गठन के बाद बसों की संख्या बढ़नी चाहिए थी, लेकिन वर्तमान में एक भी बस का संचालन न होने से लोगों को ओवरलोड वाहनों की छतों तक बैठकर खतरे भरा संपर्क करना पड़ रहा है।
लंबे समय से बसों के संचालन की मांग कर रहे जौनसार क्षेत्र के साहिया-क्वानू मोटर मार्ग से जुडे पांच दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों की मांग आज भी अधूरी है। देहरादून से साहिया-क्वानू मोटर मार्ग होते हुए क्वानू तक परिवहन विभाग की बस सेवा को सुचारू करने की मांग कई साल से लोग कर रहे हैं। साहिया क्वानू मोटर मार्ग पर वर्ष 1980-85 तक दो बसों का संचालन होता था, जिससे लोगों को सहूलियत मिलती थी, लेकिन राज्य गठन के बाद से आजतक कोई बस नहीं चलने से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जौनसार बावर क्षेत्र में सबसे पहला मार्ग है, अन्य मार्गों पर तो बस सेवा शुरू हो गई है, लेकिन इस मार्ग पर अभी तक कोई बस नहीं होने से ग्रामीणों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। साहिया तक हरिद्वार जाने वाली परिवहन निगम की बस आती है, लेकिन उससे आगे साहिया क्वानू मोटर मार्ग पर बस की कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रामीण प्रधान जसवीर भारती, राजेंद्र नौटियाल, नूपो देवी, भगत राम, जालम ¨सह, शीला देवी, वीरेंद्र तोमर, राजेंद्र तोमर आदि का कहना है कि जौनसार-बावर में कई रूटों पर पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात ने रोडवेज बसों का संचालन कराया था। साहिया क्वानू मोटर मार्ग पर राज्य गठन के बाद न प्राइवेट और न ही रोडवेज बस का संचालन हुआ। ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। साहिया व्यापार मंडल अध्यक्ष विनोद भसीन, सूरत ¨सह, र¨वद्र पाल, अंतराम जोशी, जयपाल चौहान आदि का कहना है कि जौनसार के हर रूट पर परिवहन निगम की बस का संचालन होना चाहिए, तभी ओवरलो¨डग की समस्या पर भी अंकुश लग सकता है।