साइबर ठगी में नाइजीरियन गैंग की सदस्य गिरफ्तार Dehradun News
बंटी-बबली की तर्ज पर कोटद्वार के राशन डीलर से बीस लाख रुपये की ठगी के मामले में वांछित नाइजीरियन गैंग की सदस्य को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून, जेएनएन। बंटी-बबली की तर्ज पर कोटद्वार के राशन डीलर से बीस लाख रुपये की ठगी के मामले में वांछित नाइजीरियन गैंग की सदस्य को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस मामले में एक-युवती बीते नौ सितंबर को ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
डीआइजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि आरएस रावत निवासी कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल ने बीती 31 अगस्त को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि पिछले साल एक फेसबुक फ्रैंड ने उन्हें ई-मेल भेजते हुए बताया कि उसे इस्लामिक बैंक ऑफ दुबई से कुछ फंड ट्रांसफर करने हैं। इसके बदले उसे मोटा कमीशन मिलेगा।
फरवरी में फोन करने वाले युवक ने अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग बैंकों में करीब बीस लाख रुपये जमा करा लिए। जब कमीशन देने की बात आई तो उन सभी दिल्ली बुलाया। दिल्ली पहुंचकर उन्होंने जब उन सभी से संपर्क करने की कोशिश की तो सभी के नंबर स्विच ऑफ आने लगे।
डीआइजी ने बताया कि प्रांरभिक जांच में ही साफ हो गया था कि ठगों ने इस वारदात को दिल्ली से अंजाम दिया है। क्योंकि जिन नंबरों से रावत को फोन आया था और जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई, वह भी दिल्ली के ही थे। इतनी जानकारी मिलने के बाद इंस्पेक्टर अमर वर्मा को सौंपी गई।
मोबाइल लोकेशन और बैंक खातों की डिटेल निकलवाने के बाद आरोपितों के ठिकाने का पता चला, जिसके बाद दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में दबिश दी गई। वहां एक मकान से नौ सितंबर को एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया गया।
युवक की पहचान मनोज कुमार पुत्र रोशन लाल निवासी ग्राम ट्रिंड थाना लडबडोल मंडी हिमाचल प्रदेश व युवती की पहचान लालमल स्वामी निवासी न्यू बाजार लामका नियर ईबीसीसी, कम्यूटियन चर्च, थाना ओल्ड बाजार, जिला चुरचंदपुर मणिपुर के रूप में हुई थी।
दोनों के बैंक खातों की डिटेल के साथ, हाल के महीनों में जिन मोबाइल नंबरों का दोनों ने प्रयोग किया, उसकी पूरी डिटेल निकलवाई गई। इस पर नाज्नो यान्थन निवासी दीफूपार दीमापुर नागालैंड का नाम शामिल आया। उसे दिल्ली के महिपालपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
विदेशी नंबरों से गिरोह चलाता था वॉट्सएप
नाज्नो ने पूछताछ में बताया कि गैंग के सदस्य नाइजीरियन लोगों की मदद से विदेशी नंबरों से वॉट्सएप चलाते हैं। इससे जब लोगों को फोन या मैसेज किया जाता है तो वह सहज की उनकी बातों पर विश्वास कर लेते हैं। नाज्नो ने बताया कि वह मिशनरी व चैरिटी सेंटरों में जाकर सीधे-साधे लोगों के बैंक की डिटेल लेकर ठगी करते थे।
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अनजान फोन कॉल से रहें सतर्क: डीआइजी
डीआईजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने कहा कि एसटीएफ साइबर ठगी को लेकर विगत तीन साल से लोगों को जागरूक कर रही है, फिर भी तमाम लोग लालच में आकर ठगों के झांसे में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया पर अंजान लोगों के आने वाले संदेशों को पूरी तरह नजरअंदाज करें। साथ ही खाते आदि से जुड़ी कोई जानकारी तो बिल्कुल भी साझा न करें।
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