न्यूज बुलेटिनः सुबह नौ बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरे
सुबह नौ बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरे। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज का खर्च उठाएगी सरकार। अपनी शादी के कार्ड बांटने गई युवती का अपहरण।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज का खर्च उठाएगी सरकार
जेएनएन, देहरादून। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मरीजों को सरकार ने राहत दी है। इसके तहत एमएसबीवाई में इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। जबकि कोताही बरतने पर बीमा कंपनी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई का निर्णय लिया गया है।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
2.अपनी शादी के कार्ड बांटने गई युवती का अपहरण, बहन को मैसेज भेज मांगी मदद
जेएनएन, काशीपुर। अपनी शादी के कार्ड बांटने के लिए निकली एक युवती का कुछ बदमाशों ने अपहरण कर लिया। घटना का पता तब चला, जब युवती ने अपनी बहन के मोबाइल पर मैसेज भेजा। सूचना के बाद पुलिस में भी खलबली मची है। देर रात तक तक बदमाशों की तलाश करने के बजाय पुलिस इस मामले में युवती के परिजनों की ओर से तहरीर मिलने का इंतजार करती रही।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
3.सिस्टम से आहत आजादी का सिपाही फिर मोर्चे पर
शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। टिहरी राजशाही के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंकने वाले उत्तरकाशी जिले के एकमात्र बचे 91 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी चिंद्रियालाल सिस्टम की बेरुखी से बेहद आहत हैं। बीते चार साल से अपनी ही भूमि पर खुद आर्थिक मदद देकर गांव के गरीब लोगों के लिए सामुदायिक भवन बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर रहे हैं। हर चौखट से निराश हो चुके आजादी के इस सिपाही ने अब चेतावनी दी है कि अगर समस्या का निदान न हुआ तो वह दिसंबर से धरने पर बैठ जाएंगे।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
4.उत्तराखंड में तीन दिन हल्की शीतकालीन बारिश की संभावना
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में अगले तीन दिन हल्की बारिश की संभावना है। शीतकाल की इस पहली वर्षा की शुरुआत तीन पर्वतीय जिलों से होगी। इस बारिश से जहां सूबेभर में वायु प्रदूषण का स्तर घटेगा, वहीं खेती-किसानी के लिए यह किसी संजीवनी से कम नहीं होगी।
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
5.सरकार की अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने शुरू किया श्रमदान
भीमताल(नैनीताल)। भीमताल में सरकार की अनदेखी से त्रस्त ग्रामीण अब खुद ही मोटर मार्ग बनाने में जुट गए हैं। ग्रामीण दो साल से कटको पुनिया से मार्ग के निर्माण की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी इस मांग की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया।