न्यूज बुलेटिनः शाम छह बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरेंं
शाह छह बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने केन्द्रीय उर्जा मंत्री स्वतंत्र प्रभार आरके सिंह से मुलाकात की। वहीं, एक डिवाइस से कई जांच हो जाएगी।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से मिले मदन कौशिक, प्रदेश के लिए मदद की मांग की
जेएनएन, देहरादून। प्रदेश के शहरी विकास, आवास, राजीव गांधी शहरी आवास, जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने बीती देर रात नई दिल्ली में केन्द्रीय उर्जा मंत्री स्वतंत्र प्रभार आरके सिंह से मुलाकात कर प्रदेश के विकासपरक प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड एक पर्यटक राज्य है। यहां हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। प्रदेश के विकास के लिए केंद्रीय उर्जा मंत्री से मदद की मांग की।
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2. मुख्यमंत्री को संबोधित गुमनाम पत्र से फिर पुलिस महकमे के कान खड़े
जेएनएन, देहरादून। मुख्यमंत्री को संबोधित पुलिस महकमे से संबंधित गुमनाम पत्र एक बार फिर मीडिया तक पहुंचा है। हालांकि, पुलिस महकमा इस तरह का कोई पत्र न मिलने का दावा कर रहा है। इस संबंध में प्रदेश डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि अगर ऐसा कोई पत्र है भी तो वह फर्जी हो सकता है।
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3. प्रदेश के 150 मदरसों में शौचालय नहीं, नोटिस जारी
जेएनएन, देहरादून। राज्य के 150 मदरसों की मान्यता पर तलवार लटक गई है। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने प्रदेश में ऐसे मदरसों को चिह्नित किया है जहां शौचालय नहीं हैं। शिक्षा विभाग ने ऐसे सभी मदरसों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में उत्तराखंड मदरसा बोर्ड से 297 मदरसा मान्यता प्राप्त हैं।
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4.प्रदेश में इलेक्ट्रिक बस चलाने पर विचार: यशपाल आर्य
जेएनएन, देहरादून। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदूषण में कमी लाने और ईंधन को बचाने के लिए निकट भविष्य में इलेक्ट्रिक बस चलाने की योजना है। परिवहन विभाग में अन्य प्रदेशों के पुराने आउटडेटेड वाहनों के पंजीकरण के मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रदूषण कम करने के लिए जन जागरूकता बेहद जरूरी है। इसके लिए सरकार अभियान चलाएगी।
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5.एक डिवाइस से होगी 32 तरह की जांच, नहीं पड़ेगी विशेषज्ञ की जरूरत
जेएनएन, देहरादून। स्वास्थ्य विभाग को दूरस्थ क्षेत्रों के लिए एक 'मददगार' मिल गया है। यह मदद एक छोटी डिवाइस के रूप में विभाग को मिली है। जिसके माध्यम से 32 तरह की जांच बहुत ही कम वक्त में की जा सकती है। खास बात यह कि जांच करने के लिए किसी विशेषज्ञ की भी जरूरत नहीं।