नगर निगम में ठेकेदारों का सिंडिकेट हावी, लापरवाह होंगे ब्लैक लिस्ट Dehradun News
नगर निगम में लंबे समय से ‘मठाधीश’ बनकर डटे ठेकेदारों को अब ब्लैक लिस्ट करने की कसरत शुरू हो गई है। अभियंत्रण अनुभाग से जुड़े ठेकेदारों की सबसे ज्यादा शिकायतें हैं।
देहरादून, जेएनएन। नगर निगम में लंबे समय से ‘मठाधीश’ बनकर डटे ठेकेदारों को अब ब्लैक लिस्ट करने की कसरत शुरू हो गई है। अभियंत्रण अनुभाग से जुड़े ठेकेदारों की सबसे ज्यादा शिकायतें हैं।
अनुभाग के अफसरों से साठगांठ के चलते ज्यादातर काम इन्हीं को मिलते हैं और ये लोग कमीशन लेकर काम किसी दूसरे को थमा देते हैं। इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। महापौर सुनील उनियाल गामा को लगातार इस बारे में शिकायत मिल रही थी। इस संबंध में समीक्षा के बाद उन्होंने लापरवाह ठेकेदारों की सूची तलब की है।
नगर निगम में चंद ठेकेदारों का सिंडिकेट हावी है। लंबे समय से अभियंत्रण-निर्माण अनुभाग के अधिकारियों के चहेते बने इन ठेकेदारों पर मनमर्जी से कार्य करने का आरोप लगता रहा है। इसमें कार्य आवंटित होने के बावजूद कई ठेकेदार महीनों तक कार्य नहीं करते। शुक्रवार को महापौर ने निगम के निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक की तो ठेकेदारों की लापरवाही सामने आई।
महापौर ने अधिकारियों को आदेश दिया कि ऐसे ठेकेदारों की सूची बना उन्हें एक हफ्ते का नोटिस दिया जाए। इसके बाद भी ठेकेदार कार्य को शुरू नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। महापौर ने निगम के पीडब्ल्यूडी और अमृत योजना के अधिकारियों से अब तक कराए गए कार्यो की जानकारी भी ली।
इसमें यह बताया गया कि कार्यो का आवंटन मार्च में ही कर दिया गया था। कई ठेकेदारों ने अब तक सड़क, नाली व पार्क आदि का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया है। यह सुनते ही महापौर भड़क गए व ऐसे ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए। महापौर ने कहा कि निर्माण कार्यो को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने भी अधिकारियों को काम न करने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में अमृत योजना के नोडल अफसर आशीष कठैत व निगम के सहायक अभियंता वेद प्रकाश बधानी, रजित कोटियाल, जय प्रकाश रतूड़ी, प्रेम शर्मा आदि मौजूद रहे।
बोर्ड में भी चल रही हेराफेरी
निगम की ओर से कराए जा रहे निर्माण कार्यो को लेकर लगने वाले बोर्ड में बड़ी हेराफेरी पकड़ में आई है। महापौर गामा ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है कि कुछ जगह निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन एक ही बोर्ड ही प्रयोग किया जा रहा। हर कार्य के बोर्ड के लिए निगम द्वारा अलग से भुगतान किया जाता है। महापौर ने हेराफेरी पर निगम के सहायक व अवर अभियंताओं पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
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मार्च में आवंटित काम न करना लापरवाही
महापौर सुनील उनियाल गामा के मुताबिक, मानसून आ चुका है और कुछ ठेकेदारों ने मार्च में आवंटित कार्य शुरू भी नहीं किए। यह गंभीर लापरवाही है। मुङो लंबे समय से कुछ ठेकेदारों की कार्यशैली की शिकायतें मिल रही थी। इन ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। निगम दूसरे ठेकेदारों के साथ अनुबंध करेगा और पूर्व में आवंटित कार्य उनके जरिये पूरे कराए जाएंगे।
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