चकराता में आग से प्रधान का सेब बगीचा तबाह, करीब सौ फलदार पेड़ जले
बृनाड़ पंचायत के सिसोना खेड़ा में ग्रामप्रधान का सेब बगीचा आग की भेंट चढ़ गया। बगीचे के पास पशुओं के लिए रखे घास के टीले में लगी आग भड़कने से प्रधान के बगीचे में करीब सौ फलदार पेड़ जलकर खाक हो गए।
चकराता, जेएनएन। बास्तील गांव के बेईधार में आगजनी की घटना के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन बृनाड़ पंचायत के सिसोना खेड़ा में ग्रामप्रधान का सेब बगीचा आग की भेंट चढ़ गया। बगीचे के पास पशुओं के लिए रखे घास के टीले में लगी आग भड़कने से प्रधान के बगीचे में करीब सौ फलदार पेड़ जलकर खाक हो गए। इसके अलावा भंद्रोली गांव के पास सिविल सोयम के जंगल से भड़की आग बस्ती के नजदीक पहुंचने से ग्रामीणों में हडकंप मच गया।
चकराता ब्लॉक के सुदूरवर्ती बृनाड़ पंचायत के खेड़ा सिसोना में ग्रामप्रधान नरेंद्रा देवी, सुनील व अन्य ग्रामीणों के सेब के बगीचे हैं। ग्रामीणों ने बगीचे के पास सर्दी के मौसम में अपने पशुओं के लिए घास काटकर रखी थी। जगह-जगह रखे घास के टीलों में शुक्रवार को आग लगने से चिंगारी बगीचे के चारों तरफ फैल गई। आग लगने से ग्रामप्रधान के सेब बगीचे में लगे करीब सौ फलदार पेड़ जलकर खाक हो गए। ग्रामीणों ने घंटों की कड़ी मशक्त के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। प्रभावित बागवान सुनील व प्रधान नरेंद्रा देवी ने कहा पिछले कुछ वर्षों से उनके सेब के बगीचे में फलों की अच्छी पैदावार हो रही थी। शुक्रवार को बगीचे का आधा हिस्सा आग की भेंट चढ़ने से बड़ा नुकसान हुआ है। प्रभावितों ने शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
वहीं, भंद्रोली गांव के पास सिविल सोयम के जंगल में बीते गुरुवार शाम को लगी आग की लपटें बस्ती के नजदीक पहुंचने से ग्रामीणों में हडकंप मच गया। बस्ती को आग की चपेट में आने से बचाव के लिए ग्रामप्रधान श्याम सिंह नेगी, रणवीर सिंह, गोरखनाथ, जीत सिंह नेगी, जुमान सिंह समेत कई ग्रामीण घंटों आग बुझाने में जुटे रहे। आग पर समय रहते काबू पा लिया गया।
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