बारिश ग्रामीण इलाकों पर पड़ने लगी भारी, करीब 40 सड़कों पर आवाजाही ठप
मानसून की बारिश ग्रामीण इलाकों पर भारी पड़ने लगी है। दो दिन के भीतर करीब 40 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई।
देहरादून, जेएनएन। मानसून की बारिश ग्रामीण इलाकों पर भारी पड़ने लगी है। दो दिन के भीतर करीब 40 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई। शनिवार देर शाम तक लोनिवि ने 11 सड़कें खोल दीं। जबकि 29 सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह से बाधित है। इन सड़कों को खोलने में विभाग भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। इससे ग्रामीणों को कई किमी की पगडंडी नापकर आवाजाही करनी पड़ रही है।
मानसून के तीन माह ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों पर भारी पड़ेंगे। मगर, बारिश पड़ते ही यह सड़कें भूस्लखन, भू धंसाव एवं मलबा आने से बंद होने लगी हैं। इन्हीं कारणों से 29 सड़कों पर शनिवार को आवाजाही ठप रही है। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक स्टेट हाईवे समेत 18 सड़कें सिविल और 11 सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की बारिश आने से बंद हुई हैं। इससे पहले शुक्रवार तक 40 सड़कें बंद हो गई थीं। जिनमें से 11 सड़कों पर दिनभर जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने के बाद आवाजाही कराई गई। बंद हुई सड़कों में सबसे ज्यादा पौड़ी गढ़वाल, इसके बाद नैनीताल की सड़कें हैं।
बारिश से सड़कों पर मलबा आने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। इसके लिए सभी डिविजन को मशीनें लगाकर सड़कों पर आवाजाही कराने के निर्देश दिए गए हैं। सड़क खोलने में बजट की कोई कमी नहीं है। सूचना मिलने के बाद सड़कें खोली जा रही हैं।
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