जय का पीएम करने वाले डाक्टरों के बयान दर्ज
छात्र जय जुयाल के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस के सामने अब पीएम रिपोर्ट से उठे सवालों के जवाब तलाशने की चुनौती है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: छात्र जय जुयाल के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस के सामने अब उन सवालों के जवाब ढूंढने की चुनौती है, जो जय के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उठे हैं। वसंत विहार थाने की पुलिस ने जय का पोस्टमार्टम करने वाले पैनल के डाक्टरों का बयान दर्ज कर लिया है और वह अब भी अपनी बात पर कायम हैं। हालांकि उनका यह कहना है कि जय के सिर में लगी चोट मौत का कारण हो सकरी है, लेकिन अभी स्पष्ट तौर से कुछ भी नहीं कह सकते। इसके लिए उसके बिसरा को हिमाचल प्रदेश की राज्य स्तरीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेज दिया गया है।
वसंत विहार थाना क्षेत्र के इंद्रानगर के छात्र जय जुयाल का शव बीती 25 फरवरी को यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से बरामद हुआ था। यमुनानगर में डॉ.यतिराज सिंगी, डॉ.मुनीष कुमार व डॉ.सुखदीप सिंह के पैनल ने जय के शव का पोस्टमार्टम किया था। पैनल ने जो रिपोर्ट दी, वह वसंत विहार पुलिस की थ्योरी को साफ नकार रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जय के सिर में मौत से पूर्व चोट लगी है, जिससे खून भी बहा है। इस चोट से मौत तो हो सकती है, लेकिन स्पष्ट तौर से बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं फेफड़ों में पानी न मिलना और पेट का खाली मिलना भी सवाल खड़े करता है। इसके साथ सबसे बड़ी बात यह है कि मौत का समय पोस्टमार्टम से पांच से दस दिन पहले बताया गया है। सोमवार को जय के पिता संजय जुयाल ने इसे लेकर एसएसपी निवेदिता कुकरेती से मुलाकात की थी, जिस पर उन्होंने एसपी सिटी श्वेता चौबे को जांच करने को कहा। एसपी सिटी ने बताया कि जय के शव का पीएम करने वाले डाक्टरों के बयान लिए गए हैं। उनका कहना है कि यह चोट पानी में नुकीला पत्थर लगने से भी हो सकती है। जहां तक फेफड़ों में पानी न होने की बात है तो चोट से मौत हो जाने की स्थिति में फेफड़ों में पानी जाने की संभावना कम हो जाती है। रही बात मौत के समय को लेकर तो स्पष्ट तौर पर कोई नहीं बता सकता कि मौत कब हुई। इस बारे में अंदाजा ही लगाया जा सकता है। यह है पूरा मामला
देहरादून के वसंत विहार थाना क्षेत्र से इंटरमीडिएट का छात्र जय जुयाल व कक्षा 11 की छात्रा आस्था 13 फरवरी को लापता हो गए थे। दोनों पड़ोसी थे। दोनों के परिजनों ने काफी तलाशने के बाद इंद्रानगर कालोनी पुलिस चौकी में अपहरण का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने जांच शुरू की तो जय-आस्था की अंतिम लोकेशन विकासनगर कोतवाली के धौलातप्पड़, कुल्हाल क्षेत्र में मिली। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया तो उसी दिन जय की स्कूटी लावारिस हालत में बरामद हो गई। सुनसान स्थान पर शक्तिनहर किनारे स्कूटी मिलने पर दोनों के आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई गई। इस बीच यूपी के खारा पावर हाउस इंटेक में दो शव देखे जाने की सूचना पुलिस को मिली। 21 फरवरी को इंटेक से आस्था का शव बरामद कर लिया गया। लेकिन इंटेक का पानी ओवरफ्लो होने के चलते जय जुयाल का शव बह गया। सहारनपुर में आस्था के शव का पीएम हुआ, रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने बताया कि आस्था की मौत पानी में डूबने से हुई है। 25 फरवरी को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से थाना खिजराबाद क्षेत्र में नहर से जय का शव बरामद हो गया। जय के शव का यमुनानगर में तीन डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। डीएम से मिला पैरेंट्स एसोसिएशन
आल उत्तराखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने मंगलवार को जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन से मुलाकात की। एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि पीएम रिपोर्ट के तथ्य इशारा करते हैं कि जय जुयाल की हत्या हुई है। उसके साथ लापता आस्था के पीएम रिपोर्ट में डूबने से मौत होना पाया गया, जबकि जय के मामले में ऐसा कुछ सामने नहीं आया। जय के मौत की वैज्ञानिक और तकनीकी तरीके से जांच कराई जाए। इस मौके पर सचिव दीपचंद्र वर्मा, अनिल ध्यानी, रघुवीर सिंह नेगी, योगेश लांबा, भानुमति, सुनील, देवेंद्र, सतीश व अन्य मौजूद रहे।