Coronavirus: कोरोना से जंग को अस्पतालों के लिए 11.25 करोड़ रुपए स्वीकृत, जांच में आएगी तेजी
कोविड-19 टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कुल 11.25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी दून और श्रीनगर के लिए अलग-अलग 3.75 करोड़ की मंजूरी दी गई है।
देहरादून, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर कोविड-19 टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए कुल 11.25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी, दून और श्रीनगर के लिए अलग-अलग 3.75 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। इस राशि का उपयोग कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए आवश्यक मशीन और उपकरणों को खरीदने में किया जा सकेगा।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या तीन हजार तक पहुंचने वाला है। हालांकि, राहत की बात ये है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से सुधार हो सकता है। राज्य में पहली बार मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 80.60 फीसद पहुंच गया है। यही नहीं, मरीजों के दोगुने होने की अवधि भी 57.56 दिन हो गई है। हर दिन जितने नए मरीज सामने आ रहे हैं उससे ज्यादा डिस्चार्ज हो रहे हैं। अब जब सीएम रावत के निर्देश पर कोरोना संक्रमण से जंग को 11.25 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं ऐसे में उम्मीद है कि कोरोना जांच में और तेजी आएगी।
दून में नियंत्रण में कोरोना संक्रमण
इधर जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देहरादून में कोरोना नियंत्रण में है। अभी तक 734 केस आए हैं। 22500 से अधिक जांच हुई है। डबलिंग रेट 72 दिन ही गया है। एक जुलाई से सर्विलांस को भी और तेज कर दिया गया है। डेंगू को लेकर भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। फिलहाल, डेंगू का अभी तक एक भी केस नहीं आया है। ऐसे में कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है।
कोरोना ने पांच फेज में हर स्तर पर ली परीक्षा
दून में कोरोना के संक्रमण ने लॉकडाउन से लेकर अनलॉक 1.0 तक पांच फेज में हर स्तर पर परीक्षा ली। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को यहीं दर्ज किया गया और पहला कंटेनमेंट जोन भी यहीं बना। इसके बाद जमातियों के संक्रमण ने भी दून की व्यवस्थाओं को चुनौती दी। इस पर दून ने काबू पाया ही था कि प्रवासियों की आमद, निरंजनपुर सब्जी मंडी, एम्स ऋषिकेश में तेजी से बढ़े संक्रमण के मामलों ने नई परेशानी खड़ी कर दी। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि दून ने न सिर्फ इस सबका डटकर मुकाबला किया, बल्कि कोरोना को हर मोर्चे पर मात देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: कोरोना के साथ डिप्रेशन से भी लड़ाई, हेल्पलाइन नंबरों पर लें सलाह