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उत्तराखंड: 14 कालेजों ने किया खेल, तय सीटों से ज्यादा छात्रों को दिलाई परीक्षा; ऐसे पकड़ में आया फर्जीवाड़ा

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध 14 निजी कालेजों ने निर्धारित सीटों से ज्यादा छात्रों को दाखिला दिया और उनकी परीक्षा भी करा डाली। इतना ही नहीं कालेजों ने मोटी कमाई के लालच में करीब सात सौ छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 01:05 PM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 04:17 PM (IST)
उत्तराखंड: 14 कालेजों ने किया खेल, तय सीटों से ज्यादा छात्रों को दिलाई परीक्षा; ऐसे पकड़ में आया फर्जीवाड़ा
14 कालेजों ने किया खेल, तय सीटों से ज्यादा छात्रों को दिलाई परीक्षा।

जागरण संवाददाता, देहरादून श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध 14 निजी कालेजों ने निर्धारित सीटों से ज्यादा छात्रों को दाखिला दिया और उनकी परीक्षा भी करा डाली। इतना ही नहीं कालेजों ने मोटी कमाई के लालच में करीब सात सौ छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया। इनके प्रश्नपत्र भी विवि से नहीं आए तो संस्थानों ने प्रश्नपत्रों की फोटोकाफी करवा कर अगस्त 2020 में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दिलवा दी। यह खेल करने वाले 12 कालेज रुड़की, हरिद्वार के और दो कालेज देहरादून के हैं।

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श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने बताया कि कालेजों की ओर से किए गए इस खेल की रिपोर्ट उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत को भेजी जा रही है। हालांकि इस मामले में विवि की लापरवाही भी सामने आ रही है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर निर्धारित सीटों से अधिक छात्रों कैसे दाखिला मिल गया। वहीं उनके प्रवेश पत्र कैसे जारी हो गए। उधर, कुलपति का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द विवि की कार्यपरिषद बुलाई जाएगी, जिसमें अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। यदि विवि के किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

यह है पूरा मामला

श्रीदेव सुमन विवि से 54 राजकीय महाविद्यालय व 112 निजी संस्थान संबद्ध हैं। कोरोना की पहली लहर के कारण पिछले वर्ष सभी परीक्षाएं देरी से हुईं। इसी बीच मई 2020 से आनलाइन दाखिले शुरू हो गए। स्थिति का फायदा उठाते हुए कुछ कालेजों ने निर्धारित सीटों से अधिक छात्रों का अपने यहां गुपचुप ढंग से दाखिला करवा दिया। इसके बाद जैसे ही अनलाक की प्रक्रिया शुरू हुई तो श्रीदेव सुमन विवि ने 18 अगस्त से 15 सितंबर 2020 तक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया।

इस दौरान हरिद्वार और रुड़की के 12 व देहरादून के दो संस्थानों ने निर्धारित सीटों से अधिक छात्रों वाले पाठ्यक्रमों के प्रश्नपत्रों की फोटोकापी करवाई और उसे बांटवाकर परीक्षा करवा दी। इन संस्थानों ने चालाकी से विवि को अपनी निर्धारित सीटों का विवरण तो सही भेजा, लेकिन उत्तर पुस्तिका अधिक छात्रों की भेज दीं। विवि प्रशासन की ओर से गठित केंद्रीय मूल्यांकन कमेटी ने सभी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कर परीक्षा परिणाम व जांच की गई उत्तर पुस्तिकाओं की रिपोर्ट कुलपति व परीक्षा नियंत्रक को भेज दी।

विवि प्रशासन से जब संस्थानों को आवंटित की गई सीटों व उत्तर पुस्तिकाओं का मिलान किया तो 14 संस्थान ऐसे पाए गए, जिनके यहां से छात्रों की संख्या से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं मिली। इसके बाद विवि प्रशासन ने इन संस्थानों के परीक्षा परिणाम रोक दिए और संस्थान प्रबंधन से जवाब तलब किया। जांच में करीब सात सौ उत्तर पुस्तिकाएं अधिक पाई गई हैं।

इन संस्थानों ने किया खेल

-चमनलाल संस्थान, हरिद्वार

-हरिओम सरस्वती, धनौरी हरिद्वार

-विद्या विकासनी, नारसन, रुड़की

-आशा देवी संस्थान, भोगपुर हरिद्वार

-राधोमल ओमप्रकाश गोयल रुड़की

-स्वामी विवेकानंद संस्थान रुड़की

रूबराज इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडीज, रुड़की

-फोनिक्स ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट, रुड़की

- भारतीय महाविद्यालय रुड़की

- सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट आफ टेक्नोलाजी रुड़की

- हरीशचंद रामकली संस्थान, लक्सर हरिद्वार

- एचईसी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन, हरिद्वार

- डीडी कालेज, नींबू वाला गड़ीकैंट, देहरादून

- अपेक्स इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलाजी, देहरादून

उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि यह मामला गंभीर है। श्रीदेव सुमन विवि से रिपोर्ट तलब की गई है। जो भी मामले में संलिप्त पाया जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो। छात्रों का अहित न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा।

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