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रिहायशी इलाकों में बंदरों का आतंक, एक सप्ताह में वन विभाग ने पकड़े 3000 बंदर

राजाजी पार्क से लगे रिहायशी इलाकों में बंदरों ने आतंक मचा रखा है। एक सप्ताह में वन विभाग की टीम ने करीब तीन हजार बंदर पकड़ लिए हैं।

By Edited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 08:08 AM (IST)
रिहायशी इलाकों में बंदरों का आतंक, एक सप्ताह में वन विभाग ने पकड़े 3000 बंदर
रिहायशी इलाकों में बंदरों का आतंक, एक सप्ताह में वन विभाग ने पकड़े 3000 बंदर

देहरादून, जेएनएन। राजाजी पार्क से लगे रिहायशी इलाकों में बंदरों ने आतंक मचा रखा है। पिछले एक माह से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद वन विभाग भी सक्रिय हो गया है। विभाग ने आसारोड़ी रेंज में टीम तैनात कर बंदर पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। एक सप्ताह में वन विभाग की टीम ने करीब तीन हजार बंदर पकड़ लिए हैं।

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क्लेमेनटाउन झील, गुरुद्वारा कॉलोनी, मंदिर कॉलोनी, सुभाषनगर के पंचायती मंदिर, पिपलेश्वर मंदिर, जाली गाव, दयानंद कन्या विद्यालय आदि में बड़ी संख्या में बंदर आए दिन उत्पात मचा रहे हैं। शिकायत के बाद वन विभाग ने आसारोड़ी के रेंजर नत्थीलाल डोभाल के नेतृत्व में टीम बनाई है, जो प्रभावित क्षेत्रों में गश्त कर बंदरों को पिंजड़े में कैद कर रही है। जिसके बाद पकड़े हुए बंदरों को हरिद्वार के चिड़ियापुर स्थित बाड़े में पहुंचाया जा रहा है। जहां तैनात तीन डॉक्टर बंदरों का बंध्याकरण कर रहे हैं।

धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा कि क्षेत्रवासियों से उन्हें लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिस पर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि राजाजी नेशनल पार्क से सटे हुए रिहायशी क्षेत्रों में बंदर लोगों के घरों में घुसकर उत्पात मचा रहे हैं, साथ ही पैदल चलने वाले बच्चों और महिलाओं पर भी हमला कर रहे हैं। 

वन विभाग ने उपरोक्त क्षेत्रों से एक सप्ताह में लगभग तीन हजार बंदरों को पकड़कर चिड़ियापुर बाड़े में छोड़ा है। बालावाला में फसल बर्बाद कर रहे बंदर बालावाला क्षेत्र भी बंदरों के आतंक से अछूता नहीं है। यहां भी पिछले कई दिनों से बंदर उत्पात मचा रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि बंदर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, ऐसे में किसान खेती करने से भी कतरा रहे हैं। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बालावाला धनवीर सिंह राणा ने बताया कि क्षेत्र में बंदरों के साथ ही लावारिश पशुओं का भी आतंक है।

इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका है। लेकिन, संबंधित अधिकारी कोरा आश्वासन दे रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि निगम ने शीघ्र कोई कदम नहीं उठाया तो वे लावारिश पशुओं को वाहनों में भरकर नगर निगम कार्यालय में छोड़ देंगे।

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डाकरा से पकड़े छह बंदर 

वन विभाग की टीम ने डाकरा स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज से छह बंदर पिंजड़े में कैद किए। क्षेत्र में उत्पात मचा रहे इन बंदरों को टीम ने चिड़ियापुर पहुंचाया। वन दारोगा श्याम सिंह ने बताया कि विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है। प्रभावित क्षेत्रों से बंदरों को पकड़ा जा रहा है।

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