मॉक ड्रिल: गैस रिसाव से चार बेहोश, 125 को किया रेस्क्यू
ऋषिकेश की हिदुस्थान नेशनल ग्लास (जेजी ग्लास) फैक्ट्री में प्रोपेन गैस के रिसाव की सूचना से हड़कंप मच गया। गैस रिसाव से इकाई में काम करने वाले आठ लोग बेहोश हो गये जिनमें से चार को एम्स में ले जाया गया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
ऋषिकेश की हिदुस्थान नेशनल ग्लास (जेजी ग्लास) फैक्ट्री में प्रोपेन गैस के रिसाव की सूचना से हड़कंप मच गया। गैस रिसाव से इकाई में काम करने वाले आठ लोग बेहोश हो गये, जिनमें से चार को एम्स में ले जाया गया। वहीं आपदा प्रबंधन दल ने यहां से 125 कर्मचारियों का रेस्क्यू किया। यह एक छद्म अभ्यास (मॉक ड्रिल) था, जिसके माध्यम से आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों में तालमेल परखने का काम किया गया।
बुधवार को प्रात: करीब साढ़े ग्यारह बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि हरिद्वार मार्ग स्थित हिदुस्थान नेशनल ग्लास फैक्ट्री में गैस रिसाव हो गया है। सूचना के बाद आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभाग सक्रिय हो गये। उप जिलाधिकारी प्रेमलाल के निर्देशन में तत्काल आइडीपीएल के ग्राउंड को कंट्रोल रूम बनाया गया। सूचना के तुरंत बाद उप जिलाधिकारी एंबुलेंस व पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। फैक्ट्री में कुल 133 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत थे, जिनमें से आठ लोग गैस रिसाव से बेहोश हो गये। तत्काल एंबुलेंस की मदद से इनमें से चार लोगों को एम्स पहुंचाया गया। जबकि चार लोगों को कंट्रोल रूम में बने कैंप में उपचार दिया गया। वहीं वाहनों की मदद से अन्य कर्मियों को भी कंट्रोल रूप के स्टेजिग एरिया में पहुंचाया गया। पुलिस ने फैक्ट्री के आसपास क्षेत्र में मुनादी कर लोगों से सुरक्षित रहने के निर्देश दिए। एक घंटे के इस मॉक ड्रिल अभ्यास में सभी विभाग चुस्त-दुरुस्त नजर आए। उप जिलाधिकारी प्रेमलाल ने बताया कि समय-समय पर इस तरह के मॉक ड्रिल किए जाते हैं, ताकि सभी विभागों के बीच सही तालमेल बना रहे। उन्होंने बताया कि इस अभ्यास में सभी विभागों ने अच्छा रिस्पॉस दिया। एक घंटे के भीतर स्थिति को नियंत्रित कर दिया गया था। आपदा प्रबंधन की टीम में कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह, विजय डोभाल, पूर्ति निरीक्षक ऋषिकेश, एआरटीओ डॉ. अनीता चमोला, सिचाई विभाग के अनुभव नौटियाल ने जिम्मेदारियां संभाली।
हाइवे पर जाम से लोग परेशान
औद्योगिक इकाई में गैस रिसाव की सूचना के बाद पुलिस ने ऋषिकेश देहरादून मार्ग पर आइडीपीएल के कैनाल गेट और श्यामपुर तिराहे के बाद यातायात रोक दिया। इस क्षेत्र में पुलिस ने लाउडस्पीकर से मुनादी की कि औद्योगिक इकाई में गैस रिसाव हो गया है, इसलिए कोई भी अपने घरों से बाहर न निकले, खिड़की दरवाजे बंद रखें और जो लोग बाहर हैं, वह हवा की दिशा में दूर चले जाएं। इस बीच फैक्ट्री से रेस्क्यू कार्य भी शुरू हो गया, जिसे देखकर लोग भयभीत हो गए। यहां दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। करीब एक घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद मार्ग पर यातायात सुचारू हो पाया।
घनघनाते रहे कर्मचारियों के फोन
ऋषिकेश की हिदुस्थान नेशनल ग्लास (जेजी ग्लास) फैक्ट्री में गैस रिसाव की सूचना सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई। मॉक ड्रिल के दौरान इधर-उधर दौड़ती एंबुलेंस और पुलिस के वाहनों को देखकर लोगों में हड़कंप मच गया। जब फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों के परिवार वालों को फैक्ट्री में गैस रिसाव की सूचना मिली तो कर्मचारियों के फोन भी घनघनाने लेगे। जब कर्मचारियों ने बताया कि यह मॉक ड्रिल है, तब जाकर स्वजनों की चिता दूर हुई। वहीं फैक्ट्री के समीप ही फुटहिल्स ऐकेडमी भी है। जब स्कूल प्रशासन को भी फैक्ट्री में गैस रिसाव की सूचना मिली तो स्कूल प्रबंधन ने भी स्कूल के सेंट्रल साउंड सिस्टम से सभी बच्चों को क्लास रूम में रहने और खिड़की दरवाजे बंद करने को कहा।