युवाओं के सपनों को ग्रहण लगा रहे ठग, नौकरी दिलाने के नाम पर ठग रहे लाखों रुपये
देहरादून में कई कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें विदेश के साथ ही सचिवालय, ओएनजीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों ने युवाओं से लाखों रुपये ठग लिए।
देहरादून, [जेएनएन]: पढ़ाई पूरी करने के बाद हर युवा का सपना एक अच्छी और सुरक्षित नौकरी का होता है। लेकिन, युवाओं केइन सपनों को पूरा करने के जुनून का फायदा ठग उठा लेते हैं। नौकरी के सुनहरे सपने दिखाकर उन्हें ठगने का धंधा इन दिनों दून में जोरों पर है। पिछले तीन माह में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें विदेश के साथ ही सचिवालय, ओएनजीसी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों ने युवाओं से लाखों रुपये ठग लिए।
दून में भी नौकरी के नाम पर जालसाजी और ठगी के मकडज़ाल में युवा लगातार फंसते जा रहे हैं। नौकरी दिलाने की सपने दिखाकर मोटी रकम ऐंठने के कई मामले अब तक दून में प्रकाश में आ चुके हैं। ऐसे झांसे का शिकार होकर कई युवा घर की जमा-पूंजी से हाथ तो धो बैठे हैं। हालांकि, पुलिस कई ठगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है, लेकिन जालसाजी और ठगी का यह धंधा कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। दून में पिछले तीन माह के आंकड़ों की बात करें तो 20 से ज्यादा ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें युवाओं को विदेश के साथ ही सचिवालय, ओएनजीसी या किसी स्कूल आदि के नाम पर लाखों रुपये ठगों ने हड़प लिए।
दून नौकरी के नाम पर प्रमुख ठगी की घटनाएं
-ओएनजीसी में विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर उत्तराखंड और बिजनौर के करीब 40 युवकों से छह-छह लाख रुपये की ठगी
-प्रतिष्ठित होटल में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये ऐंठ लिए गए
-मेजर बनकर सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर कई युवाओं से लाखों की ठगी।
-मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर खुड़बुडा निवासी युवक से साढ़े पांच लाख रुपये ठगे।
-टिहरी गढ़वाल के दो युवकों को तुर्की में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कबूतरबाज ने सवा तीन लाख रुपये ठग लिए।
-विदेश में नौकरी के नाम पर पीडि़त से 68 हजार 400 रुपये हड़प लिए।
-स्कूल में नौकरी के नाम पर चार लाख की ठगी
-उत्तराखंड सचिवालय में नौकरी के नाम पर 20 से ज्यादा युवाओं से ठगी
-दिल्ली सचिवालय में नौकरी के नाम पर 20 लाख की ठगी
-उत्तराखंड सचिवालय सहित विभिन्न विभागों में नौकरी के नाम पर 13 युवाओं से ठगी
ऐसे फंसा रहे ठग
-अखबारों में विज्ञापन देकर सरकारी नौकरियां दिलाने का दावा।
-एसएमएस के जरिए इस तरह के ऑफर बार-बार भेजकर ललचाने की कोशिश।
-टेलिकॉलिंग के जरिए सरकारी नौकरियां दिलाने का झांसा।
-प्लेसमेंट एजेंसियों से ऐसे युवाओं के पते हासिल कर नौकरियों के झूठे ऑफर भेजकर इंटरव्यू की कॉल करना।
-सोशल मीडिया में जॉब के मैसेज भेजना।
अभी तक कई ठगों को पकड़कर भेजा जा चुका है जेल भी
एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि सरकारी नौकरी के लालच में अधिकतर युवा ठगी का शिकार हो रहे हैं। युवाओं को समझना चाहिए कि सरकारी नौकरी पूरी प्रक्रिया के बाद ही लगती है। इसलिए किसी को पैसे देते समय उन्हें नौकरी के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। मामला सामने आने के बाद पुलिस ऐसे ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती है। अभी तक कई ठगों को पकड़कर जेल भी भेजा जा चुका है।
इन्हें रहे टारगेट
-नौकरी की तलाश में जगह-जगह भटकते नजर आने वाले बेरोजगार नौजवान
-प्लेसमेंट एजेंसियों में आने-जाने वाले और इनमें रोजगार के लिए रजिस्टर्ड युवा
-तमाम सोशल वेबसाइट्स पर अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर करने वाले लोग
-कम पढ़े-लिखे और स्कूली शिक्षा अधूरी छोड़ने वाले बेरोजगार
-प्राइवेट जॉब्स में काम करने वाले ऐसे लोग, जो सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे रहते हैं।
यह भी पढ़ें: 33 लाख की ठगी का आरोपित मुंबर्इ से गिरफ्तार, बैंक अकाउंट फ्रीज
यह भी पढ़ें: राहगीरों से झपट्टा मारकर लूट के तीन शातिर चढ़े पुलिस के हत्थे
यह भी पढ़ें: कार में लिफ्ट देकर चोरी किए जेवर, बरेली के तीन लोग गिरफ्तार