हिमवीरों के बीच पहुंचे किरण रिजिजू, चेकपोस्टों के बारे भी जानकारी ली
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री शुक्रवार सुबह जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे। यहां आइटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। यहां से वह सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी परिसर पहुंचे।
देहरादून, [जेएनएन]: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) के जवानों के बीच पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग दल में शामिल अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों से भी मुलाकात की। रात्रि विश्राम भी उन्होंने सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी परिसर में किया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री शुक्रवार सुबह जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे। उनके साथ आइटीबीपी महानिदेशक आरके पचनंदा भी थे। यहां आइटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का स्वागत किया। यहां से वह सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी परिसर पहुंचे। जबकि, बल के महानिदेशक ने पहले जोशीमठ स्थित आइटीबीपी की वाहिनी का निरीक्षण किया और दोपहर बाद सीमाद्वार पहुंचे।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने सीमाद्वार परिसर में आइटीबीपी के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बल के अधिकारियों से सीमांत क्षेत्रों में बनी चेकपोस्टों व वहां के हालात के बारे भी जानकारी हासिल की। बल के संरचनात्मक ढांचे, प्रशिक्षण क्षमता व अन्य विषयों पर भी उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ चर्चा की। रात्रि विश्राम भी उन्होंने आइटीबीपी परिसर में ही किया। वह आज दिल्ली रवाना होंगे।
भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा का दारोमदार हिमवीरों के कंधे पर
उल्लेखनीय है कि सीमाद्वार में आइटीबीपी उत्तरी फ्रंटियर मुख्यालय के साथ ही वर्तमान में 23वीं वाहिनी का मुख्यालय भी है। वहीं गढ़वाल व कुमाऊं मंडल में भी अलग-अलग स्थानों पर आइटीबीपी की वाहिनी तैनात है। भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा का दारोमदार हिमवीरों के ही कंधे पर है। माणा, मलारी, बाड़ाहोती जैसे उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी आइटीबीपी की अग्रिम चौकियां हैं।
हिमवीर यहां पर विपरीत परिस्थितियों में भी सरहद की हिफाजत के लिए तैनात रहते हैं। बाड़ाहोती में अक्सर चीनी सैनिकों के घुसपैठ की खबरें आती रही हैं। पिछले माह ही चीनी सैनिकों ने इस स्थान पर एक किमी तक भारतीय सीमा में घुसपैठ की थी। इस क्षेत्र पर चीन अपना दावा करता रहा है।
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