आर्थिकी को मजबूत करेगा पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में दुग्ध उत्पादन और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कारगर प्रयासों की जरूरत बताई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में दुग्ध उत्पादन और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कारगर प्रयासों की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आर्थिकी की मजबूती तथा महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन महत्वपूर्ण कारक बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने पर्वतीय क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री आवास में दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना के तहत उत्पादकों को इस वर्ष दस करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की जा चुकी है। दुग्ध वितरण योजना को मजबूत आधार प्रदान करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में इनकी आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादों में मिलावट न हो इसके लिए खाद्य विभाग से सघनता से जांच कराई जाए। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों को प्रोत्साहित करने की बात भी कही। इसमें सहकारिता को भी सहयोगी बनाया जा सकता है। दुग्ध उत्पादन तथा सहकारिता के क्षेत्र में राज्य का प्रदर्शन बेहतर होता है तो इसके लिए राष्ट्रीय डेयरी फेडरेशन से भी आर्थिक सहयोग मिलने में मदद मिलेगी।
सचिव दुग्ध मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि योजना के शुरू होने के बाद दुग्ध उत्पादन में 35 फीसद वृद्धि दर्ज की गई है। बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, निदेशक डेरी प्रकाश चंद आर्य और महाप्रबंधक नाबार्ड एके श्रीवास्तव आदि भी उपस्थित थे।