Uttarakhand Lockdown: लॉकडाउन के दौरान दून में दूध की खपत घटी, सप्लाई जारी
दून शहर में सभी होटल-ढाबे छात्रवास व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहने के कारण दूध की मांग घट गई है। इसका सीधा प्रभाव गांवों में दुग्ध उत्पादकों पर पड़ रहा है।
देहरादून, जेएनएन। दून शहर में सभी होटल-ढाबे, छात्रवास व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहने के कारण दूध की मांग घट गई है। इसका सीधा प्रभाव गांवों में दुग्ध उत्पादकों पर पड़ रहा है। किसान के घर से अब दूध की खरीद दूधियों ने कम कर दी है। मजबूरी में अब कुछ किसान दूध से घी बनाने या पीने के काम में ले रहे हैं।
हालांकि, मांग के अनुरूप दून शहर में दूध की सप्लाई अभी सुचारु है। ग्रामीण क्षेत्रों से सहकारी समितियां तो फैक्ट्री से पैक्ड दूध पर्याप्त मात्र में पहुंच रहा है। वाहनों को पास के जरिये प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा अमूल, मदर डेयरी समेत कई अन्य दूध कंपनियां शहर में दूध की सप्लाई करती हैं। इनके दूध की ब्रिकी भी काफी कम हो गई है। खुले दूध की डिमांड गिरी है।
जब से लॉकडाउन किया गया है, तब से शहर में होटल, छात्रवास, कैंटीन सहित अन्य मिठाई की दुकानें बंद हैं। वहीं घर के लिए भी लोग सीमित मात्र में दूध खरीद रहे हैं। देहरखास स्थित डेयरी के संचालक यशपाल सिंह कहना है कि लॉकडाउन के बाद से दूध की डिमांड काफी गिरी है।
पहले क्षेत्र के कुछ हलवाई उनसे बड़ी मात्र में दूध ले जाते थे, लेकिन आजकल उनकी दुकानें बंद हैं। इसके अलावा चाय की दुकान व ढाबे बंद होने से भी दूध कारोबार पर असर पड़ा है। पैक्ड दूध के विक्रेता सुनील कुमार बताते हैं कि डिमांड घटने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। पहले वे मदर डेयरी व अमूल का करीब 100 पैकेट दूध मंगवाते थे, लेकिन आजकल 50 पैकेट भी नहीं बिक रहे हैं।
चार रुपये घटाए दूध के दाम
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन का फायदा उठाकर कई लोग कालाबाजारी और ओवर रेटिंग कर मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसे समय में दूध कंपनी पारस मिल्क ने बड़ी मिसाल पेश की है। पारस मिल्क में आम लोगों को राहत देते हुए अपने सभी प्रकार के दूध के दाम दाम 4 रुपये घटा दिए हैं।
देहरादून में लगातार कालाबाजारी और रेटिंग के मामले सामने आ रहे हैं। इस संकट की घड़ी में कई दुकानदार चांदी काटने में लगे हैं। ऐसे समय में पारस मिल्क ने दूध के दाम 4 रुपये घटा दिए हैं। पारस मिल्क के एरिया सेल्स मैनेजर क्षितिज रस्तोगी ने बताया कि प्रदेशभर में पारस मिल्क के दूध की रोजाना खपत 51000 लीटर है।
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वहीं अकेले देहरादून में 14000 लीटर प्रतिदिन की खपत है। क्षितिज रस्तोगी ने कहा कि ऐसे मुश्किल दौर में हमें मुनाफे से ज्यादा अपने उपभोक्ताओं की फिक्र है। कई लोग ऐसे समय में दूध के दाम बढ़ाकर बेच रहे हैं। संकट की घड़ी में ऐसा करना बिल्कुल मुनासिब नहीं।
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