बैंकों का 'मर्ज' बना उपभोक्ताओं का दर्द, झेलनी पड़ रही हैं ये परेशानियां
प्रमुख बैंकों के विलय के बाद उनके आइएफएससी (इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम कोड) उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गए। हाल यह कि गूगल पे फोनपे जैसे कई ऑनलाइन पेमेंट एप पर विलय की जद में आए बैंकों के पुराने और नए दोनों ही आइएफएससी अमान्य बताए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देश के प्रमुख बैंकों के विलय के बाद उनके आइएफएससी (इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम कोड) उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। हाल यह है कि जीपे (गूगल पे), फोनपे जैसे कई ऑनलाइन पेमेंट एप पर विलय की जद में आए बैंकों के पुराने और नए दोनों ही आइएफएससी अमान्य बताए जा रहे हैं। इससे आमजन को ऑनलाइन मनी ट्रांसफर में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हें उठानी पड़ रही है, जिनके बच्चे या स्वजन घर से दूर रह रहे हैं। आइएफएससी का मिलान नहीं होने से ये लोग न तो रुपये भेज पा रहे हैं और न ही उनके खाते में रुपये आ रहे हैं। दूसरी तरफ, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के मुख्य प्रबंधक संजय भाटिया ने बताया कि भीम एप और बैंकों की एप पर इस तरह की कोई समस्या नहीं आ रही है। यहां 31 मार्च तक नया और पुराना दोनों ही आइएफएससी मान्य है। एक अप्रैल से नया आइएफएससी ही मान्य होगा। गूगल पे और फोनपे जैसे एप में इस तरह की समस्या को लेकर उनका कहना है कि इन कंपनियों का सॉफ्टवेयर अपग्रेड न होने से भी यह समस्या हो सकती है।
केस-1
जीएमएस रोड निवासी अमित सैनी ने बताया कि उनका खाता इलाहाबाद बैंक में है। इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक के विलय के बाद उनकी बैंक शाखा का आइएफएससी बदल गया है। इसके बाद से वह गूगल पे के जरिये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं कर पा रहे हैं। गूगल पे पर नया आइएफएससी गलत बताया जा रहा है।
केस-2
पटेलनगर निवासी देवेंद्र भी कई दिनों से ऐसी ही परेशानी से जूझ रहे हैं। वह अपने बेटे के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के अकाउंट में ऑनलाइन धनराशि नहीं भेज पा रहे। गूगल पे बैंक शाखा के दोनों (नए व पुराने) आइएफएससी को गलत बता रहा है, जबकि बैंकों के विलय से पहले वह इसी माध्यम से आसानी से रुपये ट्रांसफर कर पा रहे थे।
बीते वर्ष हुआ था 10 बैंकों का विलय
बीते वर्ष एक अप्रैल को देश के चार बड़े बैंकों में छह बैंकों का विलय कर दिया गया था। इसके तहत पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स व यूनाइटेड बैंक, केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में आंध्रा बैंक व कॉरपोरेशन बैंक और इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय किया गया था। इसके बाद विलय की जद में आए बैंकों की अधिकांश शाखाओं का आइएफएससी बदल दिया गया है या बदलाव की प्रक्रिया में है। यही बदलाव आमजन के लिए परेशानी का कारण बन गया है।
वेबसाइट पर अपडेट हैं आइएफएससी
पीएनबी के मुख्य प्रबंधक संजय भाटिया ने बताया कि पीएनबी में शामिल हुई सभी बैंकों की शाखाओं के ब्रांच और आइएफएस कोड वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं। उपभोक्ता वेबसाइट पर जाकर अपनी शाखा का नया कोड और आइएफएससी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बैंक जाने की जरूरत नहीं है।
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