पदाधिकारी चुनना सदस्यों की भावनाओं पर निर्भर
जागरण संवाददाता, देहरादून: ऊर्जा निगम प्रबंधन के कर्मचारी संगठनों में पदाधिकारी सेवानिवृत्त
जागरण संवाददाता, देहरादून: ऊर्जा निगम प्रबंधन के कर्मचारी संगठनों में पदाधिकारी सेवानिवृत्त कार्मिकों का ब्योरा तलब करने की कार्यवाही को उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने हास्यपद बताया। केंद्रीय अध्यक्ष जीएन कोठियाल ने कहा कि शायद प्रबंध निदेशक इस बात से अंजान हैं कि एसोसिएशनों व संगठनों में पदाधिकारी निर्वाचित या मनोनीत करना सदस्यों की भावनाओं पर निर्भर होता है।
साथ ही प्रबंध निदेशक को वर्ष 1979 की नियमावली का भी अवलोकन करना चाहिए और वह यह बताएं कि इस नियमावली के तहत किस एसोसिएशन और संगठन को मान्यता दी गई है। उन्होंने कहा कि संगठनों में सेवानिवृत्त कार्मिकों को लेकर शासन ने जो आदेश जारी किया था, उसका जवाब राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रह्लाद सिंह फिर निर्वाचित होकर दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रबंधन कार्मिकों की समस्याओं का निस्तारण करने के बजाय अनावश्यक बयानबाजी करने में लगा है। ऊर्जा निगम कार्मिकों से पदोन्नत वेतनमान का हक छीना जा रहा है। इस साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। इन सभी मुद्दों को लेकर पांच जनवरी को बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि शासन ने 26 दिसंबर को आदेश जारी किए थे कि जिन संघ, परिसंघ, महासंघ के पदाधिकारी सेवानिवृत्त होंगे, उनकी मान्यता समाप्त की जाएगी।