ऊर्जा निगम के प्रबंधन को बर्खास्त करने की मांग
ऊर्जा ऑफिसर्स सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन ने पुराने मानकों पर ग्रेड पे लागू करने समेत विभिन्न समस्याओं के निस्तारण की मांग की। बैठक में प्रबंधन पर भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: ऊर्जा ऑफिसर्स सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन ने पुराने मानकों पर ग्रेड पे को लागू करने, वेतन विसंगति दूर करने समेत विभिन्न मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन को धार देने का फैसला किया है। एसोसिएशन इस बाबत प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने से लेकर हड़ताल तक करेगी।
एसोसिएशन की बैठक गुरुवार को ईसी रोड स्थित संघ भवन में हुई। केंद्रीय अध्यक्ष डीसी गुरुरानी ने कहा कि सरकार विधायक, मंत्रियों को तरह-तरह की सुविधाएं देती हैं, लेकिन कर्मचारियों के बारे में नहीं सोचती। विभाग में 20 हजार के सापेक्ष सिर्फ छह हजार कर्मी हैं यानी एक कर्मी तीन-तीन कर्मियों के बराबर काम कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधन भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रहा है ऐसे प्रबंधन को बर्खास्त किया जाना चाहिए। आरोप लगाया कि प्रबंधन शासन के जरिये सीएम को सही सूचनाएं नहीं दे रहा है। वक्ताओं ने 9, 5, 5 एसीपी लागू करने, लिपिकीय, परिचालकीय एवं लेखा संवर्ग की वेतन विसंगति दूर करने, सहायक लेखाकार एवं जेई के रिक्त पदों पर विभागीय परीक्षा कराने, सातवें वेतन आयोग के अनुसार मकान किराये भत्ते का भुगतान देने की मांग की। बैठक में आशय सक्सेना, दीपक पांडे, एनएस अहलूवालिया, सीआर पुरोहित, गंगा सिंह, नितेश भट्ट, दिनेश उनियाल, प्रमोद जोशिया, डीके कश्यप, मंजू रावत, शिवानी, दीपक शैली, बलवंत पांगती, मनोज रावत आदि मौजूद थे। ये बनाई रणनीति
-पहले हफ्ते ऊर्जा सचिव को ज्ञापन देंगे
-दूसरे हफ्ते मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे
-तीसरे हफ्ते गवर्नर को ज्ञापन देंगे
-चौथे हफ्ते प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे
-पांचवें हफ्ते कुमाऊं व गढ़वाल के मुख्यालयों में धरना
-अंत में प्रदेशव्यापी हड़ताल होगी कांडपाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कार्यालय महामंत्री मनोनीत
सतीश कांडपाल के ट्रांसफर होने पर सर्व सम्मति से संजीव कुमार को कार्यालय महामंत्री का जिम्मा सौंपा गया। वहीं, सतीश कांडपाल को वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इस अवसर पर अन्य संगठनों के कर्मचारियों को एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण कराई गई।