कार्य संस्कृति में बदलाव लाएं अधिकारी और कर्मचारी
नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने अधिकारियों और कर्मचारियों
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेते हुए कहा कि अधिकारी और कर्मचारी जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को समझें और अपनी कार्य संस्कृति में परिवर्तन लाएं। जो भी इस व्यवस्था के साथ चलने को तैयार नहीं है वह अपना तबादला कहीं और कराने के लिए स्वतंत्र है।
नगर निगम में संपत्तियों, निकाय की दुकानों के किराये के मामले व अन्य शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए महापौर अनिता ममगाईं ने मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक बुलाई। महापौर ने कहा कि जनता नगर निगम को भवन कर व अन्य मदों में राजस्व देती है। इसलिए जनता को हर सुविधा पाने का अधिकार है। 15 वर्षों में निकाय के भीतर जो कुछ भी होता रहा वह अब नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी स्वयं को अच्छा साबित करें। सभी लोग अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाते हुए जनता के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करें। जिस अधिकारी और कर्मचारी को यह व्यवस्था पसंद नहीं है तो वह अपना तबादला कराने के लिए स्वतंत्र है। महापौर ने बताया कि नगर निगम के विभिन्न विभाग से संबंधित जानकारी देने के लिए नगर आयुक्त को अधिकृत किया गया है। उनकी अनुपस्थिति में सहायक नगर आयुक्त मीडिया हो या जनता सबको संतोषजनक जवाब देंगे। नगर निगम के भीतर तिमाही पत्रिका का नियमित प्रकाशन होगा। जिसमें फरियादियों के अनुभव व अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों का विवरण उपलब्ध होगा। साथ ही उन्होंने पथ प्रकाश विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वह संबंधित शिकायतों को गंभीरता से लें। कोई भी गली या सड़क अंधेरे में नहीं रहनी चाहिए। शाम के वक्त कर्मचारी क्षेत्र का नियमित भ्रमण कर स्ट्रीट लाइट का जायजा लेंगे। बैठक में नगर आयुक्त प्रेमलाल, सहायक नगर आयुक्त उत्तम ¨सह नेगी, सहायक अभियंता आनंद ¨सह मिश्रवाण, कर अधीक्षक निशात अंसारी, सफाई निरीक्षक सचिन रावत, कर निरीक्षक सुमन, राजेंद्र बहुगुणा, विद्युत विभाग अध्यक्ष ललित नौटियाल आदि मौजूद रहे।
पालिका की दुकानों में होगी किराया वृद्धि
महापौर ने बताया कि नगर क्षेत्र में निकाय द्वारा निर्मित जितनी भी दुकानें हैं, उनसे संबंधित व्यापारियों से अनुबंध पत्र मंगाए गए हैं। दुकान चला रहे किरायेदार के किराये में नियमानुसार वृद्धि होगी। इसके लिए नगर निगम बोर्ड की बैठक में चर्चा की जाएगी।