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दून विश्वविद्यालय की पहली पसंद होंगे औषधीय पौधे, बनेगा रोल मॉडल

Doon University दून विश्वविद्यालय औषधीय पौधों के उत्पादन में प्रदेशभर में रोल मॉडल बनकर उभर सकता है। विवि के नये कार्यवाहक कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी ने कॉलेज परिसर में औषधीय पौधों को लगाने पर जोर दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 02:35 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 02:35 PM (IST)
दून विश्वविद्यालय की पहली पसंद होंगे औषधीय पौधे, बनेगा रोल मॉडल
दून विश्वविद्यालय की पहली पसंद होंगे औषधीय पौधे, बनेगा रोल मॉडल।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून विश्वविद्यालय औषधीय पौधों के उत्पादन में प्रदेशभर में रोल मॉडल बनकर उभर सकता है। विवि के नये कार्यवाहक कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी ने जिस तरह कॉलेज परिसर में औषधीय पौधों को लगाने पर जोर दिया है वह उपयोगी सीख अन्य विवि के लिए वरदान साबित हो सकती है। दून विवि के कार्यवाहक कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी ने पिछले महीने दून विवि का कार्यभार संभाला है। 

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इससे पहले दून विवि के कार्यवाहक कुलपति डॉ. एनके कर्नाटक के एक साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। सरकार ने आयुर्वेद विवि के कुलपति को अतिरिक्त कार्यभार दिया है। कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी ने विवि के अधिकारियों के साथ परिसर का दौरा किया। निर्देश दिए कि विवि परिसर में औषधीय पौधों को लगाए जाए, जिससे शोध करने वाले छात्रों को औषधीय पौधों की जानकारी मिल सके। 

उन्होंने कहा कि फूलों की विभिन्न प्रजातियां उगाना तो बेहतर पहल है, लेकिन छायादार पेड़ों की जगह अगर विवि प्रशासन औषधीय पौधों को महत्व दे तो इससे दो लाभ होंगे। एक तो इससे प्रदेशभर के किसानों के लिए जड़ी-बूटी उत्पादन की सीख मिलेगी, दूसरे विवि से शोध कर रहे विद्यार्थियों को इससे शोध करने का मौका मिलेगा। 

दून विवि की इस सार्थक पहल का अन्य विवि को भी अनुसरण करना चाहिए। प्रदेश मे राजकीय और निजी 31 विवि हैं। अगर सभी विवि के परिसर में औषधीय पौधों को बढ़ावा दिया जाता है तो इससे शोधार्थी को तो लाभ मिलेगा ही साथ ही किसान-बागवानों को भी इससे औषधीय पौधों की खेती करने की सीख मिलेगी। श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी ने इस पहल ही प्रशंसा की।

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