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छात्रवृत्ति घोटाले में निजी कॉलेज का एमडी गिरफ्तार

एसआइटी ने दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रुड़की स्थित एक निजी कॉलेज के एमडी अंकुर शर्मा को गिरफ्तार किया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 07:04 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 08:58 PM (IST)
छात्रवृत्ति घोटाले में निजी कॉलेज का एमडी गिरफ्तार
छात्रवृत्ति घोटाले में निजी कॉलेज का एमडी गिरफ्तार

देहरादून, जेएनएन। दशमोत्तर छात्रवृत्ति में एसआइटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रुड़की स्थित एक निजी कॉलेज के एमडी अंकुर शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि कॉलेज के एमडी ने मिलीभगत कर दो साल के भीतर फर्जी तरीके से छह करोड़ 28 लाख 94 हजार 750 रुपये की छात्रवृत्ति हड़पी है। इस कॉलेज का एक अन्य संचालक विवेक शर्मा फरार चल रहा है। एसआइटी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यु) हासिल किया है। इस घोटाले में अब जल्द समाज कल्याण विभाग और सत्यापन करने गए प्रशासनिक अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकती दिख रही है।  

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प्रदेश में करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति घोटाले की जांच एसआइटी कर रही है। अभी तक हरिद्वार और देहरादून के कई संस्थान जांच के दायरे में आ चुके हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक दिसंबर, 2018 को गठित एसआइटी ने हरिद्वार में सिडकुल थाने और देहरादून में प्रेमनगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए हैं। एसआइटी जांच के दायरे में आए 30 से ज्यादा प्राइवेट और सरकारी कॉलेजों की जांच कर रही है। इन्हीं कॉलेजों में रुड़की के भगवानपुर से लगे बेदपुर (दयाल सिटी) में संचालित इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइपीएस) घोटाले में टॉप में था। इस कॉलेज में वर्ष 2015 और 2016 में 2023 अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के छात्रों को छात्रवृत्ति जारी हुई थी। 

एसआइटी प्रभारी आइपीएस मंजूनाथ टीसी ने बताया कि विवेचना में पाया गया कि सिर्फ दो साल के भीतर इस कॉलेज के छात्र-छात्राओं को समाज कल्याण विभाग ने छह करोड़ 28 लाख 94 हजार 750 रुपये की रकम ऑन लाइन खातों में जारी की। यह खाते एक ही बैंक में खोले गए। इन खातों में मोबाइल नम्बर भी एक ही दर्ज थे। उन्होंने बताया कि इन खातों से छात्रवृत्ति की यह रकम कॉलेज के खातों में ट्रांसफर की गई। जिसमें फर्जीवाड़े के पुख्ता प्रमाण मिले।

इसके अलावा कॉलेज में पंजीकृत छात्रों का अभिलेख संचालक और विश्वविद्यालय से मांगे गए, जो एसआइटी को नहीं मिले। फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर एसआइटी ने सोमवार देर शाम को संस्थान के एमडी अंकुर शर्मा निवासी 18-ए ईदगाह, प्रकाशनगर, कैंट (देहरादून) को गिरफ्तार कर सिडकुल थाने में दाखिल किया। उसे मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया है। संस्थान का दूसरा संचालक गिरफ्तार आरोपी का भाई विवेक शर्मा है, वह फरार चल रहा है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

बोले अधिकारी

अशोक कुमार (डीजी लॉ एंड ऑर्डर) का कहना है कि सिडकुल में दर्ज मुकदमे में एसआइटी ने कॉलेज संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। अभी कई अन्य आरोपियों पर कार्रवाई होनी बाकी है। प्रकरण की जांच जारी है। घोटाले में जो भी लिप्त होगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा। 

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