योग संसद में इग्लैंड व यूरोप के हजारों लोगों ने किया योग
लंदन में योग संसद का आयोजन किया गया। जिसमें इंग्लैंड और यूरोप के हजारों योज्ञ जिज्ञासुओं ने प्रतिभाग लिया।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: लंदन की धरती पर योग संसद का आयोजन किया गया। जिसमें इंग्लैड व यूरोप के एक हजार से अधिक योग जिज्ञासुओं, योग प्रेमियों व योगाचार्यों ने प्रतिभाग किया। योग संसद में आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज, योगगुरु स्वामी रामदेव महाराज, जीवा की अंतरराष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती आदि ने योग जिज्ञासुओं का मार्गदर्शन किया।
योग संसद को संबोधित करते हुए परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि लोग सोने की चेन तो पहन लेते है परंतु जीवन में चैन नहीं ला पाते। सोने की चेन पहनना आवश्यक नहीं बल्कि जीवन में चैन का होना नितांत अवश्यक है। उन्होंने योग साधकों को अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव व आगामी कुंभ मेले में आमंत्रित किया।
योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है। उन्होंने प्रतिदिन योग करने का संदेश दिया। साध्वी भगवती सरस्वती ने योग संसद में उपस्थित योगियों के योग, ध्यान, अध्यात्म और जीवन की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया।
इस अवसर पर बकिंघम से गुरुनानक निष्काम सेवा जत्था के मोहिंदर सिंह, इरान के प्रसिद्ध विद्वान, राजनेता, इस्लामिक नेता मोहरजानी साहब, हाउस ऑफ कॉमन्स पार्लियामेंट के लार्ड जितेश गडीया आदि उपस्थित थे।
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