सुषमा के निधन से उत्तराखंड में शोक की लहर, सीएम समेत कई नेताओं ने जताया दुख
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उत्तराखंड में भी शोक की लहर है। सुष्मा के निधन पर सीएम सहित कई नेताओं ने गहरा दुख जताया। उनके निधन को देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया।
देहरादून, जेएनएन। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उत्तराखंड में भी शोक की लहर है। सुष्मा के निधन पर सीएम सहित कई नेताओं ने गहरा दुख जताया। उनके निधन को देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया।
उत्तराखंड से सुष्मा स्वराज राज्यसभा सदस्य भी रह चुकी थीं। साथ ही उन्होंने देहरादून के ऋषिकेश में एम्स की सौगात भी दी थी। वह उत्तराखंड में भी अत्यंत लोकप्रिय रहीं। उनके निधन की जानकारी मिलते ही में शोक की लहर है। भाजपा नेताओं के साथ ही कांग्रेस ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से भारतीय राजनीति में जो रिक्तता आई है, उसकी भरपाई असम्भव है। वह एक कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता थीं। उत्तराखंड से भी उनका नाता रहा है। वह यहां से राज्यसभा सदस्य भी रहीं। उनके निधन से सपूर्ण उत्तराखंड दुखी है।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉ, रमेश पोखरियाल निशंक के मुताबिक, भारतीय राजनीति में सुषमा स्वराज की भूमिका की एक अभिव्यक्ति है। वह एक आसाधारण वक्ता और प्रचारक थीं। भारतीय राजनीति में उनकी भूमिका किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के रूप में हमेशा याद रहेगी।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सुषमा स्वराज प्रखर वक्ता ओर कुशल प्रशासक थीं। किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री, पहली केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, महासचिव, प्रवक्ता और नवेता प्रतिपक्ष रहीं। उनका निधन देश की अपूरणीय क्षति है।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के अनुसार बेहद प्रखर वक्ता, सादगी की प्रतिमूर्ति सुषमा स्वराज हमेशा मार्ग दर्शक की भूमिका के रूप में रहीं। उनके निधन की सूचना स्तब्ध करने वाली है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने कहा कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। वह लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने के लिए अडिग रहीं। वह सरकार में रहीं हों या विपक्ष में, हमेशा लोकतांत्रित मूल्यों के लिए लड़ीं।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि अत्यंत दु:खद। सुषमा स्वराज जी के ब्रह्मलीन होने से भारतीय राजनीति के एक युग का अंत हो गया। ईश्वर उनके परिजनों व समर्थकों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति दें।
राज्यपाल और सीएम दिल्ली रवाना
स्वर्गीय सुषमा स्वराज के अंतिम दर्शन के लिए और उन्हें श्रद्धाजलि देने के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री नई दिल्ली रवाना हो गए। दोनों ने ही अपने सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिए। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि स्वर्गीय स्वराज एक लोकप्रिय राजनेता, प्रखर वक्ता और कुशल प्रशासक थीं।
वे बेहद मिलनसार और संवेदनशील व्यक्तित्व की धनी थी। उन्होंने निजी, सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में हमेशा सर्वोच्च मानदंडों का पालन किया। उनके निधन से देश को अपूर्णीय क्षति हुई है। राज्यपाल ने मृतक की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी सम्वेदना व्यक्त की है।
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