Move to Jagran APP

ये कैसा इंसाफ, परीक्षा देने पर भी परिणाम सूची में गैरहाजिर छात्र

राजधानी के सबसे बड़ेे पीजी कॉलेज डीएवी में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। यहां परीक्षा दे चुके छात्रों को परिणाम सूची में गैरहाज़िर दिखााय गया है। जिससे छात्र बेहद परेशान हैं।

By raksha.panthariEdited By: Published: Tue, 07 Nov 2017 02:12 PM (IST)Updated: Tue, 07 Nov 2017 10:48 PM (IST)
ये कैसा इंसाफ, परीक्षा देने पर भी परिणाम सूची में गैरहाजिर छात्र
ये कैसा इंसाफ, परीक्षा देने पर भी परिणाम सूची में गैरहाजिर छात्र

देहरादून, [जेएनएन]: एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय की चरमराई व्यवस्था डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए सिर दर्द बन गई है। विवि की अव्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कॉलेज के 80 से अधिक छात्रों को परीक्षा में बैठने के बावजूद गैरहाजिर बता दिया गया। अब कॉलेज में प्रवेश फार्म भरे जाने हैं। ऐसे में प्रभावित छात्रों को प्रवेश फार्म भरने से वंचित होने का डर सताने लगा है। डीएवी पीजी कॉलेज में बीए, बीकॉम, बीएसएसी विभाग के छात्र-छात्राओं के अगले सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन प्रवेश फार्म की अंतिम तिथि आठ नवंबर निर्धारित है, लेकिन 80 से अधिक छात्र-छात्राएं प्रवेश फार्म भरने के लिए कई दिन से भटक रहे हैं। 

loksabha election banner

छात्र-छात्राओं ने अपने अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा भी दी और उन्हें अच्छे अंक पाने की उम्मीद भी थी, लेकिन विवि की जारी सूची में उन्हें अनुपस्थित दिखाया गया है। जबकि कुछ को शून्य अंक दिए गए हैं। इसके कारण ये छात्र-छात्राएं क्रेडिट बेस्ड सिस्टम (सीबीएस) के तहत अपने क्रेडिट अंक पूरे नहीं कर पाए और प्रवेश फार्म भरने के लिए पात्र नहीं माने जा रहे हैं।   

छात्रसंघ ने खोली हेल्प डेस्क 

छात्रसंघ अध्यक्ष शुभम सिमल्टी के नेतृत्व में छात्रों ने कॉलेज परिसर में हेल्प डेस्क लगाई है। दो-तीन दिन में छात्र नेता छात्रों की समस्या लेकर स्वयं विवि श्रीनगर जाएंगे। 

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. देवेंद्र भसीन का कहना है कि विवि के स्तर पर कई छात्र-छात्राओं को सेमेस्टर परीक्षा में अनुपस्थित किया गया है। अभी तक कार्यालय में 80 से अधिक लिखित समस्याएं आ चुकी हैं। विवि के अधिकारियों से संपर्क कर त्रुटियों को सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। 

यह भी पढ़ें: एसआइटी की जांच में खुलासा, चार युवक फर्जी दस्तावेजों से बने शिक्षक

यह भी पढ़ें: इस तरह से फर्जीवाड़ा कर बन रहे शिक्षक, एसआइटी भी हैरान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.