योग महोत्सव: महर्षि महेश योगी की योग विरासत से रूबरू हुए साधक
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में योग साधकों ने भावातीत ध्यान योग की प्रेरणा महर्षि महेश योग की योग विरासत शंकराचार्य नगर के दर्शन किए।
By Edited By: Published: Fri, 01 Mar 2019 07:38 PM (IST)Updated: Sat, 02 Mar 2019 03:27 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और गढ़वाल मंडल विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में योग साधक योग की विभिन्न विद्याओं से परिचित हुए। साथ ही योग साधकों ने भावातीत ध्यान योग के प्रेरणा महर्षि महेश योग की योग विरासत शंकराचार्य नगर के दर्शन किए।
चौरासी कुटी के योगमय वातारण में योग साधक न सिर्फ घुले-मिले बल्कि योग से भारत के दशकों पुराने गूढ़ संबंध को भी आत्मसात किया। मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसॉर्ट में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की विधिवित शुरूआत गुरुवार शाम हो गई थी। जबकि शुक्रवार से योग महोत्सव में योग कक्षाएं शुरू की गई। योग कक्षाओं की शुरूआत हवन यज्ञ के साथ की गयी। स्वामी नारयण आश्रम में गुरुकुल के छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन में आहूति डालकर विश्व शांति की कामना की गई।
इस अवसर पर जीएमवीएन के महाप्रबंधक बीएल राणा, महाप्रबंधक निर्माण वीएन उनियाल, क्षेत्रीय प्रबंधक धीरेंद्र राणा, विपुल रतूड़ी सहित योग साधकों ने हवन में प्रतिभाग किया। दिन भर चली विभिन्न योग कक्षाओं के पश्चात संध्यकालीन सत्र में योग देश-विदेश के सभी योग साधक भावातीत ध्यान योग के प्रेरणा महर्षि महेश योगी की योग विरासत चौरासी कुटी के दर्शन को पहुंचे।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग की ओर से योग साधकों के लिए यहां निश्शुल्क एंट्री की व्यवस्था की गयी थी। इस दौरान साधकों ने चौरासी कुटी में योग की प्राचीन वास्तुकला ओर तकनीकी को देखा। इस अवसर पर अरविंद उनियाल, रविन्द्र नेगी, विजेंदर राणा, विनोद घिल्डियाल, अनिता डबराल, नीतू कटोच, बबल सिंह, सुरेश पंवार, इंद्रमोहन सिंह नेगी, प्रेम कण्डारी आदि उपस्थित थे। योग प्रशिक्षकों ने योग विधाओं से साधकों को कराया रूबरू शुक्रवार को जीएमवीएन में स्थापित वेन्यू हाल में प्रात: कालीन सत्र में योग गुरुओं ने भारतीय ऋषि परंपरा को विदेशी मेहमानों ओर अपने आने वाली पीढ़ी को अवगत कराया।
महर्षि वशिष्ठ हाल में योगी जयवेदन ने योग साधकों को पंरपरागत योग की जानकारी दी। महर्षि विश्वामित्र हाल में योगी जितानंद ने हठ योग की बारीकियों से अवगत कराया। वहीं महर्षि पतंजलि हाल ने योगी नितिन वारखरे ने अष्टांग योग, महर्षि अत्री हाल में योगगुरु सुभाष पात्री ने कास्मिक मेडिशन, महर्षि गौतम हाल में योगी चरत ने एडवांस प्राणायाम से योग साधकों को अवगत कराया।
योग गुरु गोकुल चंद्राजी ने हठ योग, पवन मोहते योगासन्ना थैरेपी, डॉक्टर संजीव पांडेय ने प्राणायाम। स्वामी बोधी वर्तमान ने इंट्रो टू ओशो मेडिशियशन, आर्ट ऑफ लिविंग के योगगुरु ने सुध्दर्शन क्रिया सहित विदेशी योग गुरु ऊषा माता ने अयंगर योग की जानकारी और साधना से साधकों को परिचित कराया।
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