उच्च शिक्षा बैंक में लेक्चर की भरमार, 39 दिन पहले हुई थी पोर्टल की शुरुआत
ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये कोरोना महामारी को हराने में जुटे राज्य के सैकड़ों शिक्षकों की मेहनत रंग लाती दिख रही है।
देहरादून, अशोक केडियाल। ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये कोरोना महामारी को हराने में जुटे राज्य के सैकड़ों शिक्षकों की मेहनत रंग लाती दिख रही है। उच्च शिक्षा विभाग के पोर्टल 'उच्च शिक्षा बैंक' का खजाना दिनोंदिन समृद्ध होता जा रहा है। फिलहाल इस बैंक में स्नातक व स्नातकोत्तर के 42 पाठ्यक्रमों का 80 फीसद से ज्यादा कोर्स वीडियो क्लिपिंग के रूप में मौजूद है, जिनकी मदद से कोई भी छात्र आसानी से पढ़ाई कर सकता है।
लॉकडाउन में स्कूल-कॉलेज बंद हुए तो शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी। इसी क्रम में उच्च शिक्षा विभाग ने एक कदम आगे बढ़कर उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्रओं को समस्त पाठ्यसामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए बीती 24 अप्रैल को उच्च शिक्षा बैंक नाम से पोर्टल लांच किया। इसके लिए विभाग ने बाकायदा ऑनलाइन पढ़ाई का एक मॉडल तैयार किया। जिसे सभी कॉलेजों को भेजकर वहां तैनात शिक्षकों से संबंधित पाठ्यक्रम के चैप्टरवाइज वीडियो आमंत्रित किए गए, जिससे इन्हें पोर्टल पर अपलोड किया जा सके। प्रदेशभर के कॉलेजों के प्रवक्ता उनसे संबंधित विषयों के वीडियो लेक्चर बनाकर रूसा को भेज रहे हैं।
तीनों विवि का पाठ्यक्रम है मौजूद
प्रदेश में तीन प्रमुख विवि हैं। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि और कुमाऊं विवि। इन विवि से संबंधित राजकीय और निजी महाविद्यालयों में 42 पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराई जा रही है। उच्च शिक्षा बैंक पोर्टल पर इन तीनों विवि के पाठ्यक्रमों से संबंधित वीडियो लेक्चर उपलब्ध हैं।
उच्च शिक्षा बैंक पर एक नजर
- 39 दिन पहले हुई थी पोर्टल की शुरुआत
- 343 वीडियो लेक्चर सोमवार तक
- 105 हैं प्रदेश में राजकीय महाविद्यालय
- 17 अशासकीय महाविद्यालय
- 1,46,400 छात्र राजकीय कॉलेजों में
- 75,500 छात्र अशासकीय कॉलेजों में
- 1650 छात्र उच्च शिक्षा बैंक में रजिस्टर्ड
- 20020 छात्र पहुंचे अब तक पोर्टल पर
- 10 मिनट का है सबसे छोटा वीडियो
- 46 मिनट का है सबसे बड़ा वीडियो
42 विषय के वीडियो मौजूद हैं पोर्टल पर
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) उच्च शिक्षा विभाग के रूसा कार्यालय को ऑनलाइन पढ़ाई के जो वीडियो मिले हैं, वह बेहद उपयोगी साबित होंगे। विशेषज्ञ शिक्षकों का यह अनुभव आगे भी छात्रों के काम आएगा। यह पोर्टल शिक्षकों और छात्रों के लिए शिक्षा का खजाना है।
बोर्ड की शेष परीक्षाओं और मूल्यांकन पर फैसले में देरी
कोरोना संक्रमण मामले में मुख्यमंत्री व तीन मंत्रियों के सेल्फ क्वारंटाइन पर जाने का असर सरकार के कामकाज पर पड़ने लगा है। यही वजह है कि उत्तराखंड बोर्ड की शेष परीक्षाओं और मूल्यांकन को लेकर मंगलवार को भी सरकार स्थिति साफ नहीं कर पाई है।
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उत्तराखंड बोर्ड की शेष 13 विषयों की परीक्षाएं अभी होनी हैं। इन परीक्षाओं को लेकर बोर्ड की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। कोरोना महामारी से निपटने को लागू लॉकडाउन का असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है। बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर के परीक्षाफल में पहले ही देरी हो चुकी है। पांच जून से पहले परीक्षाफल घोषित होना तो दूर की बात शेष परीक्षाओं को लेकर भी अब तक फैसला नहीं हो पाया है। उक्त संबंध में उच्च स्तर पर फैसला होना है। कोरोना के अंदेशे के चलते मुख्यमंत्री व तीन काबीना मंत्रियों के सेल्फ क्वारंटाइन के चलते सरकार के कामकाज पर असर पड़ने लगा है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि बोर्ड परीक्षा व अन्य कार्यक्रम पर जल्द फैसला होगा।
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