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Lockdown से प्रभावित व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने दिया सांकेतिक धरना, रखा उपवास

लॉकडाउन से प्रभावित प्रमुख व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने त्रिवेणी घाट पर सांकेतिक उपवास रखकर धरना दिया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 03:55 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 03:55 PM (IST)
Lockdown से प्रभावित व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने दिया सांकेतिक धरना, रखा उपवास
Lockdown से प्रभावित व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने दिया सांकेतिक धरना, रखा उपवास

ऋषिकेश, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन से प्रभावित प्रमुख व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने त्रिवेणी घाट पर सांकेतिक उपवास रखकर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवहन और पर्यटन से जुड़े सभी व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस व्यवसाय से जुड़े सभी व्यापारियों को विशेष राहत दिए जाने की जरूरत है।

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उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर दो दिन पूर्व सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने केंद्र और राज्य सरकार से अनलॉक फोर के तहत पर्यटन और परिवहन व्यवसायियों को विशेष राहत देने की मांग की थी। इसके लिए सोमवार को सांकेतिक धरना और उपवास का फैसला लिया गया था। 

त्रिवेणी घाट में धरना स्थल पर अपने संबोधन में उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि उत्तराखंड में परिवहन और पर्यटन के साथ तीर्थाटन प्रमुख रूप से रोजगार का जरिया है। अनलॉक फॉर में यहां के व्यवसायियों को राहत दी जानी चाहिए थी। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गौरव चौधरी, प्रदेश महामंत्री राजपाल खरोला ने कहा कि परिवहन और पर्यटन से जुड़े सभी व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। यहां इस व्यवसाय से जुड़े सभी व्यापारियों को विशेष राहत दिए जाने की जरूरत है। 

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बसों में सीट संख्या बढ़ाने के साथ चार धाम में सीधे दर्शन की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। धरना देने वालों में महंत विनय पूर्व दायित्व धारी संदीप गुप्ता, नवीन रमोला, शिवप्रसाद भट्ट, अतुल अरोड़ा, नंदकिशोर जाटव, ललित मोहन मिश्रा, रवि जैन, नवीन मोहन, आशुतोष शर्मा, प्रतीक कालिया, संजय व्यास आदि शामिल रहे।

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