पुनर्वास क्षेत्र में व्यावसायिक भवनों को लेकर स्थानीय व्यक्तियों ने किया प्रदर्शन
टिहरी बांध परियोजना से प्रभावित पुनर्वास क्षेत्र पशुलोक में बन रहे बहुमंजिला व्यवसायिक भवनों को लेकर स्थानीय नागरिकों में प्रदर्शन किया। नागरिकों ने प्रशासन व एमडीडीए के ढुलमुल रवैया पर भी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि यदि प्रशासन जल्द संज्ञान नहीं लेता तो नागरिक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: टिहरी बांध परियोजना से प्रभावित पुनर्वास क्षेत्र पशुलोक में बन रहे बहुमंजिला व्यवसायिक भवनों को लेकर स्थानीय नागरिकों में प्रदर्शन किया। नागरिकों ने प्रशासन व एमडीडीए के ढुलमुल रवैया पर भी नाराजगी जताई। कई बार शिकायत के बाद भी जब प्रशासन ने मांग नहीं मानी तो तो रविवार को स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में एकत्र होकर निर्मल बाग में निर्माणाधीन एक बहुमंजिला इमारत के पास पहुंचे। नागरिकों ने इमारत के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि यदि प्रशासन जल्द संज्ञान नहीं लेता तो नागरिक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
उन्होंने प्रशासन पर न्यायालय की अवमानना करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि पशुलोक पुनर्वास क्षेत्र के निर्मल बाग और अंबा क्षेत्र में बड़ी संख्या में बहुमंजिला व्यवसायिक इमारतें बन रही हैं। यह स्थिति तब है जबकि एक अगस्त 2019 को उच्च न्यायालय की डबल बेंच ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए विस्थापित क्षेत्र में व्यवसायिक निर्माणों पर रोक लगाने के आदेश जारी किए थे। बावजूद इसके यहां कई व्यवसायिक बहुमंजिला इमारतें खड़ी हो गई हैं व कई इमारतों के निर्माण का काम चल रहा है। व्यावसायिक गतिविधियों व बहुमंजिला इमारतों के कारण आ रही परेशानियों को देखते हुए स्थानीय नागरिक कई बार प्रशासन से न्यायालय के आदेश अनुसार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन बहुमंजिला भवनों के निर्माण से यहां रह रहे नागरिकों की शांति भंग हो रही है। विस्थापित नागरिकों के घरों की धूप और हवा भी बंद हो गई है। साथ ही वातावरण पर हुई इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस अवसर पर गिरवर सिंह, जेपी सेमवाल, आशीष नैथानी, मनीष मैठाणी, कमलेश्वर भट्ट, प्रमोद थपलियाल, हरी भंडारी, निर्मल बहुगुणा, प्रताप सिंह पवार, बलवंत सिंह, भगवती प्रसाद आदि मौजूद रहे।
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