Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में दून समेत कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश, बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध
Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में दून समेत कई क्षेत्रों में बारिश का दौर एकबार फिर से शुरू हो गया है।
देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मौसम ने एकबार फिर से करवट बदल दी है। दून समेत कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से इसमें तेजी आने के आसार हैं। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर तेज बारिश के साथ ही बिजली गिरने की भी आशंका है। बारिश कई जगह सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। वहीं, बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी के पास पागल नाला में भारी मलबा आने से बंद हैं। हाईवे पर भूकटाव से एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। एनएच हाइवे खोलने के काम में जुटा हुआ है। यहां फिलहाल यात्रियों समेत आम लोग हाइवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
उत्तराखंड में पिछले दो दिन राहत भरे रहे, लेकिन रविवार सुबह से चटख धूप के बाद दोपहर बाद अचानक मौसम बदल गया और झमाझम बारिश होने लगी। मौसम विभाग के मुताबिक देहरादून, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भारी बारिश हो सकती है। इससे पहले शनिवार को प्रशासन में सोनप्रयाग में रोके गए 104 यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दे दी। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मुनकटिया नामक स्थान पर मलबा आने से मार्ग बंद है। मुनकटिया से गौरीकुंड तक तीन किलोमीटर का रास्ता यात्रियों को पैदल ही तय करना पड़ा। इसके अलावा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ घंटे बंद रहा।
बागेश्वर में एक मकान ध्वस्त
बागेश्वर जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बीती शनिवार की रात गरुड़ क्षेत्र में जमकर बारिश हुई, जबकि बागेश्वर और कपकोट ब्लाक में भी रिमझिम बारिश होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। बारिश के कारण भूसस्खल की चपेट में आने से 17 सड़कें आवागन के लिए बंद हो गई हैं। गरुड़ के उखड़खुली गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया है। तहसील के ग्राम पंचायत उड़खुली में गत रात्रि तेज बारिश से जोगा राम पुत्र पदम राम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। प्रभावित ने अन्यत्र शरण ली है। राजस्व उप निरीक्षक किशोर कांडपाल ने क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी है। वहीं, कपकोट क्षेत्र में बारिश से सबसे अधिक दिक्कतें हो रही हैं। सड़कें बंद होने से लोगों को दस से बीस किमी पैदल चलना पड़ रहा है। प्रसूता और बीमार लोगों को डोली के जरिए सड़क तक लाया जा रहा है। संचार सेवाएं भी पटरी से उतर गई है। बिजली, पानी आदि का संकट भी क्षेत्र में पैदा हो गया है।
मार्गों से मलबा हटाने में लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन की टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ों से गिर रहे पत्थर मलबा हटाने के काम में रोड़ा बन रहे हैं। शनिवार को चमोली जिले में कर्णप्रयाग के पास सीमा सड़क संगठन की जेसीबी नदी में समा गई। हालांकि जेसीबी आपरेटर सुरक्षित है। गढ़वाल मंडल में 86 मार्ग अब भी अवरुद्ध हैं। वहीं कुमाऊं मंडल में यह संख्या 23 है।
पिथौरागढ़ की चौदास घाटी में मुश्किलें बढ़ीं
पिथौरागढ़ जिले में स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिले के धारचूला क्षेत्र में करीब एक माह से तवाघाट-नारायण आश्रम मार्ग बंद होने से चौदास घाटी के 20 गांवों में खाद्यान्न संकट के आसार बन रहे हैं। डाक न पहुंच पाने से मनीऑर्डर भी नहीं मिल पा रहे हैं।
विभिन्न शहरों में तापमान
शहर, अधि. न्यून.
देहरादून 31.8 23.9
उत्तरकाशी 26.8 18.3
मसूरी 22.5 15.6
टिहरी 25.0 17.6
हरिद्वार 34.6 25.4
जोशीमठ 23.5 15.4
पिथौरागढ़ 26.5 19.8
अल्मोड़ा 27.3 20.3
मुक्तेश्वर 18.7 15.3
नैनीताल 23.4 18.5
यूएसनगर 33.2 26.5
चम्पावत 26.2 19.3