शहीदों के प्रति कृतज्ञता, पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा
विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। एक स्वर में हमले को कायराना हरकत बताते हुए कहा गया कि आतंकवाद और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह इसके लिए कदम उठाए। केंद्र के हर फैसले में सदन उसके साथ है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव रखा कि राज्य के सभी विधायक एक माह का वेतन सीआरपीएफ के कल्याण कोष में देंगे, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने सदन में यह भी घोषणा की कि देश की आन-बान व शान के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों व अर्द्ध सैनिकों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। सदन में दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई और फिर सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके साथ ही बजट भी अब सोमवार को पेश होगा।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने पुलवामा हमले और इसमें 40 से अधिक जवानों के शहीद और इतने ही घायल होने की जानकारी दी। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत नियमावली के नियम 112 (1) के तहत शोक संवेदना का प्रस्ताव रखा, जिसे पीठ ने स्वीकार कर लिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह पाक परस्त आतंकियों का हमला था, इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अपने एक- एक जवान की कीमत समझता है और हमारी सेना इसे वसूलने में कोई कमी नहीं रखेगी। उरी का हमने बदला लिया और अब पुलवामा का भी बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि शहीदों के सम्मान में राज्य सरकार ने सैन्य व अर्द्धसैनिक बलों के आश्रितों को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी सेवा में लेने का निर्णय लिया है। शहीदों के सम्मान में एक वृहद शौर्य स्मारक के निर्माण का भी निर्णय लिया जा चुका है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश ने कहा कि तमाम प्रयासों के बाद भी आतंकी संगठनों पर असर नहीं पड़ रहा है और वे हमारे जवानों पर हमला कर रहे हैं। दुख व्यक्त करने से काम नहीं चलेगा। अब हिसाब चुकाने का वक्ता आ गया है। खून का बदला लिया जाना चाहिए। उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि दुख की घड़ी में सदन समेत पूरा देश अपने जवानों के साथ है। विधायक एवं कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए उत्तराखंड केंद्र के साथ खड़ा है। केंद्र सरकार आतंकियों के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़कर राष्ट्रविरोधी तत्वों को कड़ा संदेश देगी।
कैबिनेट मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि देश की हिफाजत को उत्तराखंड के जवान हमेशा आगे रहे हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि देश की सुरक्षा में उत्तराखंड शीर्ष पर है और नेतृत्व ठोस फैसला लेगा। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व सुबोध उनियाल ने भी हमले की भर्त्सना करते हुए कहा कि इसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सदन में मौजूद सभी विधायकों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने यह भी कि शहादत पर सियासत नहीं होनी चाहिए। इसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया और फिर विस अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी।
इन्होंने ने भी दी श्रद्धांजलि
सदन में विधायक राजकुमार ठुकराल, मुन्ना सिंह चौहान, गणेश जोशी, हरबंस कपूर, ममता राकेश, विनोद चमोली, राजकुमार, ऋतु खंडूड़ी, प्रीतम पंवार, महेंद्र भट्ट, देशराज कर्णवाल, महेंद्र भट्ट, प्रदीप बत्रा, सहदेव पुंडीर, धन सिंह नेगी, महेश नेगी, सुरेंद्र सिंह जीना, गोविंद सिंह कुंजवाल, मनोज रावत, दिलीप रावत, केदार सिंह रावत, मीना गंगोला, फुरकान अहमद, हरीश धामी, संजीव आर्य, आदेश चौहान, शक्तिलाल शाह, सुरेंद्र सिंह नेगी, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, चंदन रामदास, मुन्नी देवी, संजय गुप्ता, सुरेश राठौर, नवीन दुम्का, बलवंत सिंह, उमेश शर्मा, विनोद कंडारी, पूरन फत्र्याल, मनोनीत विधायक जीआइजी मैन ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
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बत्रा देंगे छह माह का वेतन
विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि हमले की घटना 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे पर हुई। लिहाजा अगले साल से वेलेंटाइन डे न मनाकर इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाए। उन्होंने सीआरपीएफ फंड में छह माह का वेतन देने की घोषणा भी की।
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बाघा बॉर्डर पर करेंगे प्रदर्शन
विधायक देशराज कर्णवाल ने पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और सदन में एलान किया कि वह बाघा बॉर्डर पर जाकर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। बाद में उन्होंने बताया कि वह आज ट्रेन से बाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो रहे हैं। उनके साथ 18 लोग भी शामिल होंगे।